लड़कियों में चरम आनंद या आर्गैज़्म
जब किसी लड़की को चरम आनंद महसूस होता है, तो योनि और गुदा के आस-पास पेड़ू तल (पेल्विक फ्लोर) की मांसपेशियां एक साथ लयबद्ध तरीके से सिकुड़ती हैं, तनाव में आती हैं और ढीली पड़ती हैं।
कभी-कभार गर्भाशय भी सिकुड़ता है और फैलता है। इस संकुचन से पेडू़ में बहुत अधिक आनंद महसूस होता है।
कुछ लड़कियां तो यह आनंद अपने पूरे शरीर में महसूस करती हैं। यह चरम आनंद आपके पूरे शरीर को रोमांचित कर सकता है।
एक से अधिक बार आर्गैज़्म
लड़कियां एक साथ एक से अधिक बार आर्गैज़्म महसूस कर सकती हैं, जिनके बीच अंतर बहुत कम हो सकता है। ऐसा इसलिए संभव है क्योंकि आर्गैज़्म के 10 से 15 सेकेंड बाद टिठनी अपने सामान्य आकार में आ जाती है। और यह फिर से उत्तेजना के लिए तैयार हो जाती है। लड़कों को वीर्यपात के बाद सामान्य होने में इससे अधिक देर लगती है।
आर्गैज़्म महसूस करते समय कुछ लड़कियों की योनि से तरल की धार निकलती है। यह पेशाब नहीं होती, बल्कि योनिस्राव योनि का तरल पदार्थ होता है।
लड़कियां किस प्रकार आर्गैज़्म महसूस कर सकती हैं ?
टिठनी को सहलाएं, उदाहरण के तौर पर उसे उंगली से या जीभ से महसूस कर ऐसा किया जा सकता है। अधिकांश लड़कियों को केवल योनि-सेक्स करने से आर्गैज़्म महसूस नहीं होता। क्योंकि योनि तुलनात्मक रूप से कम संवेदनशील होती है, और केवल योनि में लिंग के अंदर-बाहर होने से टिठनी को पर्याप्त उत्तेजना नहीं मिल पाती। उंगली से सहलाना और मुख मैथुन भी देखें।
जी-स्पोट
कुछ लड़कियों में जी-स्पोट भी मौज़ूद होता है। यह, योनि के तीन-पांच सें. मी. अंदर सामने वाली सतह पर सिक्के के आकार का एक क्षेत्र होता है। कुछ लड़कियों के लिए इसका कोई खास महत्व नहीं होता, लेकिन दूसरों के लिए यह विषेश संवेदनशील होता है। इसे उंगली द्वारा या कुछ विशेष आसनों में मैथुन करते समय उत्तेजित किया जा सकता है।
स्तन और सेक्स
स्तन और खासकर उनके निप्पल, छूने के प्रति संवेदनशील होते हैं और आपके उत्तेजित होने पर कड़े तथा बड़े हो जाते हैं। निप्पल के चारों ओर का घेरा फूल जाता है और उनका रंग अधिक गहरा हो जाता है, तथा वहां की चमड़ी ऊबड़-खाबड़ हो जाती है। कई लड़कियों को सेक्स के समय अपने स्तन और निप्पल सहलाया जाना पसंद है। आपके साथी ऐसा करने के लिए अपनी उंगलियों, होठों, जीभ या दांतों का भी प्रयोग कर सकते हैं। जब स्तनों को छुआ जाता है तो उसका असर आपको योनि में महसूस होता है, जिसमें चिकनाई या गीलापन आ जाता है। यदि आपके स्तनों और भग को साथ-साथ छुआ-सहलाया जाए, तो विषेश आनंद महसूस हो सकता है।
सेक्स के बाद की यौन क्रिया
सेक्स करने के बाद एक-दूसरे के पास-पास लेटना, सहलाना और बातें करना अच्छा लगता है। खासकर कई लड़कियों को सेक्स के बाद की जाने वाली यौन क्रिया बहुत ज़रूरी लगती है।
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जब किसी लड़की को चरम आनंद महसूस होता है, तो योनि और गुदा के आस-पास पेड़ू तल (पेल्विक फ्लोर) की मांसपेशियां एक साथ लयबद्ध तरीके से सिकुड़ती हैं, तनाव में आती हैं और ढीली पड़ती हैं।
कभी-कभार गर्भाशय भी सिकुड़ता है और फैलता है। इस संकुचन से पेडू़ में बहुत अधिक आनंद महसूस होता है।
कुछ लड़कियां तो यह आनंद अपने पूरे शरीर में महसूस करती हैं। यह चरम आनंद आपके पूरे शरीर को रोमांचित कर सकता है।
एक से अधिक बार आर्गैज़्म
लड़कियां एक साथ एक से अधिक बार आर्गैज़्म महसूस कर सकती हैं, जिनके बीच अंतर बहुत कम हो सकता है। ऐसा इसलिए संभव है क्योंकि आर्गैज़्म के 10 से 15 सेकेंड बाद टिठनी अपने सामान्य आकार में आ जाती है। और यह फिर से उत्तेजना के लिए तैयार हो जाती है। लड़कों को वीर्यपात के बाद सामान्य होने में इससे अधिक देर लगती है।
आर्गैज़्म महसूस करते समय कुछ लड़कियों की योनि से तरल की धार निकलती है। यह पेशाब नहीं होती, बल्कि योनिस्राव योनि का तरल पदार्थ होता है।
लड़कियां किस प्रकार आर्गैज़्म महसूस कर सकती हैं ?
टिठनी को सहलाएं, उदाहरण के तौर पर उसे उंगली से या जीभ से महसूस कर ऐसा किया जा सकता है। अधिकांश लड़कियों को केवल योनि-सेक्स करने से आर्गैज़्म महसूस नहीं होता। क्योंकि योनि तुलनात्मक रूप से कम संवेदनशील होती है, और केवल योनि में लिंग के अंदर-बाहर होने से टिठनी को पर्याप्त उत्तेजना नहीं मिल पाती। उंगली से सहलाना और मुख मैथुन भी देखें।
जी-स्पोट
कुछ लड़कियों में जी-स्पोट भी मौज़ूद होता है। यह, योनि के तीन-पांच सें. मी. अंदर सामने वाली सतह पर सिक्के के आकार का एक क्षेत्र होता है। कुछ लड़कियों के लिए इसका कोई खास महत्व नहीं होता, लेकिन दूसरों के लिए यह विषेश संवेदनशील होता है। इसे उंगली द्वारा या कुछ विशेष आसनों में मैथुन करते समय उत्तेजित किया जा सकता है।
स्तन और सेक्स
स्तन और खासकर उनके निप्पल, छूने के प्रति संवेदनशील होते हैं और आपके उत्तेजित होने पर कड़े तथा बड़े हो जाते हैं। निप्पल के चारों ओर का घेरा फूल जाता है और उनका रंग अधिक गहरा हो जाता है, तथा वहां की चमड़ी ऊबड़-खाबड़ हो जाती है। कई लड़कियों को सेक्स के समय अपने स्तन और निप्पल सहलाया जाना पसंद है। आपके साथी ऐसा करने के लिए अपनी उंगलियों, होठों, जीभ या दांतों का भी प्रयोग कर सकते हैं। जब स्तनों को छुआ जाता है तो उसका असर आपको योनि में महसूस होता है, जिसमें चिकनाई या गीलापन आ जाता है। यदि आपके स्तनों और भग को साथ-साथ छुआ-सहलाया जाए, तो विषेश आनंद महसूस हो सकता है।
सेक्स के बाद की यौन क्रिया
सेक्स करने के बाद एक-दूसरे के पास-पास लेटना, सहलाना और बातें करना अच्छा लगता है। खासकर कई लड़कियों को सेक्स के बाद की जाने वाली यौन क्रिया बहुत ज़रूरी लगती है।
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