बुधवार, 31 अगस्त 2016

स्नायु दुर्बलता भगाएँ सेक्स का भरपूर मजा लें

स्नायु दुर्बलता भगाएँ
सेक्स का भरपूर मजा लें



भीतर की शक्ति से ही जीवन चलता है। स्नायु दुर्बलता से भीतर की शक्ति जाती रहती है। स्नायु दुर्बलता के कारण हैं- अनियमित भोजन, चिंता, मद्यपान, अश्लील साहित्य पढ़ना, अश्लील सिनेमा देखना, अन्य गलत आदतें पड़ना, देर रात तक जागना, नींद की गोलियाँ तथा अनावश्यक दवाओं का सेवन करना।

पतन : स्नायु कमजोरी के कारण नपुंसकता और स्वप्नदोष जैसे रोगों का जन्म होता है। इसी कारण अनावश्यक तनाव बना रहेगा और चिड़चिड़ापन रोगी को दिमागी द्वंद्व में उलझा देता है। दिमागी द्वंद्व के कारण रोगी झूठ बोलना, स्वार्थी व नीच बन जाना आदि बुरी आदतों का शिकार हो जाता है।

इस द्वंद्व से भ्रम और संशय की उत्पत्ति होती है। संशय से खुद पर और दूसरों पर विश्वास की कमी होती जाती है। अविश्वास से अच्छे-बुरे को परखने की समझ पर असर पड़ता है। निर्णय क्षमता कमजोर होती है। इसके अलावा कब्ज बनी रहेगी। भूख लगना कम हो जायेगी। दूरदृष्टि कमजोर होने लगेगी आदि। इस तरह रोगी का दिन-प्रतिदिन मानसिक और शारीरिक पतन होता जाता है।

ऐसी स्थिति में ये करें :-
प्रतिबंध : यदि आपको लगता है कि आप इस रोग के शिकार हैं तो तुरंत ही ब्रह्मचर्य और पवित्र रहने के प्रति सक्रिय हो जाएँ। क्रोध करना और देर से सोकर देर से उठने की आदत छोड़ दें। गरिष्ठ भोजन, तली-भुनी चीजें, चाय और कॉफी त्याग दें। तेज धूप, धूल और धुएँ से बचें।

स्नान : स्नान करते वक्त गीले तौलीए से रगड़-रगड़ कर बदन की मालिश करें। स्नान में साबुन की अपेक्षा आयुर्वेदिक सुगंधित उबटन का उपयोग करें। स्नान के बाद 15-20 मिनट की योग-निद्रा या ध्यान करें। ध्यान करने से आँखों की थकान और दुर्बलता समाप्त होगी।

आहार : पहले बदलें अपना आहार और इसका पालन करें कम से कम पूरे एक वर्ष तक। शुरुआत में एक माह तक सिर्फ फलाहार और दूध लें। दूध में शहद तथा भीगे हुए बादाम या किशमिश का प्रयोग कर सकते हैं। बाद में 8-10 बादाम, 25 दाने किशमिश तथा 7-8 मनुक्के भिगोकर नाश्ते में लें। फिर हरी सब्जी और छिलकों वाली दाल का उपयोग पतली चपाती के साथ करें। चपाती मक्खन या मलाई के साथ लें। भोजन में सलाद का भरपूर उपयोग और प्याज, लहसुन तथा अदरक का संतुलित सेवन करें। 

योग पैकेज : नियमित योगासनों का अभ्यास और प्रतिदिन आधे घंटे योग-निद्रा करना इसकी मुख्य चिकित्सा है। योगासनों में प्रारंभ में कमर चक्रासन, जानुशिरासन, सुप्तवज्रासन, भुजंगासन, हलासन, हस्तपादोत्तनासन, योगमुद्रा, पवनमुक्तासन तथा मकरासन करें। फिर धीरे-धीरे खुली और स्वच्छ हवा में नाड़ी शोधन प्राणायम का अभ्यास करें। तब कपालभाति तथा भ्रामरी का अभ्यास करें। बंधों में उड्डियान बंध लगाएँ। सप्ताह में एक बार तेल मालिश अवश्य कराएँ। यह सब करें किसी योग्य योग चिकित्सक की सलाह पर।


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मंगलवार, 30 अगस्त 2016

अपनी सेक्स पावर को कैसे बढ़ाये

अपनी सेक्स पावर को कैसे बढ़ाये



आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में ढ़ेरों लोग अपनी सेक्स पावर कम होने के कारण चिंतित रहते हैं. खानपान की गलत आदतों के कारण उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है, साथ हीं सेक्स पावर में कमी आने की समस्या से भी दो-चार होना पड़ता है.  कुछ चीजों का ज्यादा सेवन या जो चीजें खानी चाहिए उन्हें बिल्कुल नहीं खाना इन समस्याओं के मूल कारण होते हैं. सेक्स पावर बढ़ाने के लिए कुछ चीजों का नियमित और संतुलित सेवन करना चाहिए. तो आइये जानते हैं कि आपको किन-किन चीजों का कितना और कब सेवन करना चाहिए. साथ हीं यह भी जानते हैं कि कौन-कौन सी चीजें आपको बिल्कुल नहीं करनी चाहिए. ध्यान रखें आपको इन बातों का ध्यान दैनिक जीवन में रखना होगा.

सेक्स पावर बढ़ाने के उपाय :

  • फ़ास्ट फ़ूड, कोल्ड ड्रिंक्स, चॉकलेट्स , पिज्जा, बर्गर और चाऊमीन इत्यादि को नियमित रूप से खाने करने से सेक्स पावर में कमी आती है. अतः इनका सेवन कीजिए, लेकिन नहीं के बराबर और अगर ये चीजें आपके दैनिक जीवन का हिस्सा हैं, तो इन्हें अलविदा कह दीजिए.
  • लैपटॉप को जांघ में रखकर कभी लैपटॉप पर काम न करें.
  • किशमिश और 2 ग्राम दालचीनी को दूध में मिला कर रोज पीने से शरीर में दृढ़ता आती है.
  • बादाम, किशमिश और मनुक्का को फुलाकर नाश्ता में हर दिन खाने से भी सेक्स पावर बढ़ाने में फायदा होता है.
  • हर दिन दो खजूर खाना शुरू कर दीजिए, यह भी आपको लाभ पहुँचायेगा.
  • सेक्स करने के बाद 15 ग्राम गुड़ खाइए.
  • हरी सब्जियों, अंकुरित अनाज, फल, घी, मधु, दूध इत्यादि को अपने दैनिक भोजन का हिस्सा बना लें.
  • मौसम के अनुसार जो-जो फल….. जब-जब मिलें, तब-तब उन फलों को खाना शुरू करें.
  • अगर आप चावल खरीदकर खातें हैं, तो यह ध्यान रखें कि बिना पॉलिश किया हुआ चावल हीं आप खरीदें.
  • सलाद को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बना लें.
  • तनावमुक्त रहे बिना आपकी सेक्स पावर कभी नहीं बढ़ सकती है, इसलिए खुद को बेकार की चिंताओं से दूर रखें.
  • चोकरयुक्त आंटे की रोटियाँ खाना शुरू कर दीजिए.
  • दाल का हर दिन सेवन कीजिए.
  • नशा बिल्कुल भी न करें, चाहे वह किसी भी चीज का नशा क्यों न हो.
  • तैलीय या मसालेदार भोजन हर दिन न करें.
  • खुद में आत्मविश्वास पैदा कीजिए कि आपकी सेक्स पावर बहुत अच्छी है, बेकार के विज्ञापनों के कारण अपनी सेक्स पावर पर 1 % भी संदेह न करें. ऐसे ज्यादातर विज्ञापन आपके आत्मविश्वास को तोड़ने का काम करते हैं.
  • प्याज नियमित रूप से खाने से सेक्स क्षमता बरकरार रहती है और सेक्स पावर भी बढ़ता है.
  • अगर आपका वजन ज्यादा है, तो इसे कम करने की जरूरत है.
  • लगभग लगातार 2-3 लहसुन की कलियाँ खाना भी फायदेमंद होता है.
  • पूरे शरीर की नियमित मालिश करने से भी सेक्स पावर बढ़ता है.
  • गर्म पानी से न नहाएँ.
  • साईकिल चलाने से भी सेक्स क्षमता बढ़ती है.
  • सुबह-सुबह सूरज की रोशनी में बैठना भी लाभ देता है.
  • सेक्स करने से पहले एक-दूसरे को पूरी तरह से उत्तेजित कर लें.
  • अगर पति=पत्नी के बीच प्यार नहीं होगा, तो सेक्स पावर कम न होने के बावजूद पूरी तरह उत्तेजना नहीं आएगी. इसलिए अपने बीच के रोमांस को कभी न मरने दें. प्यार होना चाहिए, छेड़छाड़ होनी चाहिए. लवर बने रहिए, किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
  • खाना समय पर खाना शुरू कर दीजिए. पर्याप्त नींद लीजिए.
  • लिंग को गर्म पानी के सम्पर्क में न आने दें.
  • सुबह जल्दी उठना शुरू कर दीजिए.
  • 1/2 चम्मच अदरक का रस, एक चम्मच मधु और एक उबले हुए अंडे का आधा भाग मिलकार रोज रात को सोने से पहले 1 माह तक खाइए.
  • और यह बात भी ध्यान रखिए कि किसी का भी सेक्स पावर उतना नहीं होता है जितना पोर्न वीडियोज में दिखाया जाता है.


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सोमवार, 29 अगस्त 2016

बस ये हैं कुछ तरकीबें और सेक्स में पाएं 'चरम आनंद'

बस ये हैं कुछ तरकीबें और सेक्स में पाएं 'चरम आनंद'




आपको पता है... सचमुच समझना मुश्किल ही है, लेकिन लान के मुताबिक दोनों की उत्तेजना एक साथ हो। सबसे पहली सलाह है कि - सम्भोग सिर्फ औपचारिकता पूरी करने के लिए ना करें, बल्कि इसलिए करें क्यूंकि आपको ये करना पसंद है।  "बहुत सी महिलाएं महसूस करती हैं कि उनका सम्भोग करने का मन नही हो तो भी अपने पुरुष साथी की इच्छा के लिए वो सम्भोग कर लेती हैं। सम्भोग का आनंद सिर्फ एक सहूलियत ही नहीं, बल्कि महिलाओं की ज़रूरत भी है। "यदि आप सम्भोग से पहले उत्तेजित ना हों तो सम्भोग चिकनाई के अभाव में एक दर्दनाक क्रिया में परिवर्तित हो जाता है। पुरुष सम्भोग में अपना आनंद ढूँढते हैं, महिलाओं को भी ऐसा करना चाहिए। "बहुत सी महिलाओं को ये सच बुरा लगता है कि उन्हे सम्भोग आनंददायी नहीं लगता। लेकिन संभव है कि उन्हे सम्भोग तो पसंद हो लेकिन जिस तरह का सम्भोग उन्हें मिल रहा हो वे आनंद दायक ना हो।मैं ऐसे में महिलाओं को स्थिति में बदलाव की सलाह देती हूँ। महिलाओं को ये सोचना चाहिए कि उन्हें क्या चाहिए ना कि ये कि उन्हें क्या नहीं चाहिए।" "अक्सर पुरुषों की सोच सम्भोग के बारे में ऐसी ही होती है।वोआनंद चाहते हैं। महिलाओं को भी सम्भोग के आनंद के बारे में पुरुषों की तरह सोचना चाहिए। ये समझना चाहिए कि यौन सुख साधारण चीज़ है, कोई बोनस नहीं। अपनी 'उन' को करीब लान के पास कुछ टिप्स हैं: "थोडा और सक्रिय बनिए। कल्पना करें कि आप के अज्ञात ज़मीन पर आये एक घुमंतू जीव हैं जो नयी जगह केबारे में सबकुछ जानना चाहता है। अपने शरीर की ज़रूरतों और सुख को समझें। सुनिश्चित करें कि आप आराम से हैं। "यदि आप तनाव ग्रस्त हों और सम्भोग की इच्छा न रखते हों, तो वाकई इसका आनंद अनुभव करना मुश्किल हो जाता है। उदाहरण के तौर पर जिस समय आप तनाव मुक्त ना हों, आपके स्तनों को छूने पर आपको आनंद की बजाय दर्द भी महसूस हो सकता है। कई महिलाओं ने मुझे बताया कि उनके पुरुष साथी उनके स्तनों के साथ कुछ ज्यादा ही कठोर थे। मुझे अपने साथी को ये समझाना पड़ा कि मेरे स्तनों को छूना एक अच्छा एहसास है, लेकिन मेरी मर्ज़ी से।" सम्भोग का कोई तय फ़ॉर्मूला नहीं है आखिरकर एक महिला का यह महसूस करना आवश्यक है कि उनका साथी उन्हें समझ रहा है। जो बातें या कलह दिन में होते हैं, संभव है कि वोबातें रात को आपके शयन कक्ष तक आपका पीछा न छोड़ें। महिलाओं के लिए सम्भोग कोई फ़ॉर्मूला नहीं। इच्छा जाग्रत रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना ज़रूरी है। निरंतर प्रयास करते रहना सुनने में मुश्किल ज़रूर है लेकिन इसका फल उस दिन प्रतीत होगा जब रात को 11 बजे आप में सो कोई एक नहीं बल्कि आप दोनों एक ही समय पर सम्भोग करने के इच्छुक होंगे। 

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शनिवार, 27 अगस्त 2016

गर्भधारण के लिए कैसे करें सेक्‍स

गर्भधारण के लिए कैसे करें सेक्‍स
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पति-पत्‍नी के बीच यौन संबंध का एक लक्ष्‍य माता-पिता बनना भी होता है। वात्‍सयायन के कामसूत्र में संभोग की स्थितियों यानी पोजीशंस के बारे में बताया गया है। इसी में ऐसी पोजीशन भी बताई गई हैं, जिनमें संभोग करने से गभीधारण आसान हो जाता है। आज हम आपको कुछ पोजीशंस बताएंगे, जो गर्भधारण में सहायक होती हैं। साथ ही हम आपको कुछ टिप्‍स भी देंगे- गर्भधारण के लिए दो पोजीशन में सेक्‍स करना फलदायक रहता है- मिशनरी पोजीशन: इस स्थिति में संभोग के समय पुरुष ऊपर की ओर होता है। 
इस पोजीशन में संभोग करने से पुरुष का वीर्य सीधे स्‍त्री के गर्भाशय तक सीधा पहुंचता है। पुरुष के ऊपर रहने से गर्भधारण आसान हो जाता है। इसके विपरीत यदि स्‍त्री ऊपर की ओर रहती है, तो गर्भधारण की संभावनाएं काफी कम हो जाती हैं। हैंड एण्‍ड नी पोजीशन (डॉगी स्‍टाइल): इस पोजीशन में स्‍त्री घुटनों और हाथ के बल लेट जाती है और पुरुष पीछे की ओर से संभोग करता है। ऐसी स्थिति में वीर्य आसानी से महिला के गर्भाशय तक आसानी से पहुंचता है। कुछ देर आराम करें यदि आप गर्भधारण करना चाहती हैं, तो उपर्युक्‍त दोनों पोजीशंस पर संभोग करने के बाद कुछ देर आराम करें। बेड पर कूदें नहीं। चाहे जितने जरूरी काम क्‍यों न हों, संभोग के तुरंत बाद बिस्‍तर से उठने की जरूरत नहीं। 
यदि आपने मिशनरी पोजीशन में सेक्‍स किया है, तो संभोग करते समय या फिर संभोग के बाद स्‍त्री अपनी कमर के नीचे तकिया लगा लें, ताकि वीर्य गुरुत्‍वाकर्षण बल के जरिए नीचे की ओर आसानी से पहुंच सके। 
यदि संभोग के समय ही तकिया लगा लिया है तो अच्‍छा रहता है। 
ऐसे में कम से कम आधे घंटे तक स्‍त्री को शांतिपूर्वक लेटे रहना चाहिए। कुछ लोग मानते हैं कि संभोग के बाद यदि स्‍त्री पीठ के बल लेटकर अपने पैर ऊपर कर के थोड़ी देर लेटी रहे तो गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा करना फलदायक हो सकता है। हालांकि यह बात अभी तक सिद्ध नहीं हुआ है। कौन स समय सही कुछ लोगों का मानना है कि दिन के समय सेक्‍स करने गर्भधारण की संभावना अधिक रहती है। इसके पीछे उनका तर्क यह होता है कि रात्रि की तुलना में दिन में वीर्य में शुक्राणु की संख्‍या अधिक होती है। वहीं हाल ही में हुए एक शोध में पता चला है कि गर्भधारण के लिए सेक्‍स का सही समय शाम पांच से सात बजे के बीच का होता है। इस दौरान वीर्य में शुक्राणु की संख्‍या करीब 35 प्रतिशत तक ज्‍यादा होती है। 
शाम का यह समय ऐसा होता है, जब महिला के अंडाशय ज्‍यादा जल्‍दी क्रिया करते हैं। हालांकि यहां स्‍त्री को मासिक धर्म का ध्‍यान रखें। इन पोजीशन में न करें सेक्‍स यदि आप गर्भधारण चाहती हैं, तो इन बातों को जरूर ध्‍यान रखें, जो आपको नहीं करनी हैं। पहली यह कि संभोग के दौरान महिला ऊपर नहीं हो। ऐसे में शुक्राणु सर्विक्‍स के पास जमा हो जाते हैं। और थोड़ी ही देर में वापस लौट आते हैं, जिस कारण वो अंडाशय तक पहुंच नहीं पाते। इसके अलावा बैठकर, बगल में लेटकर और खड़े होकर सेक्‍स नहीं करें। इन सभी स्थितियों में शुक्राणुओं के गर्भाशय के पास जमा होने की संभावना ज्‍यादा होती है। हां कई बार वीर्य के निकलते समय शुक्राणु की गति अधिक होती है और ज्‍यादा संवेग होने के कारण शुक्राणु अपने लक्ष्‍य तक पहुंच जाते हैं और गर्भधारण हो जाता है। 

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बुधवार, 24 अगस्त 2016

कैसे करें मुख मैथुन महिलाओ को उत्‍तेजित करने के लिए

कैसे करें मुख मैथुन महिलाओ को उत्‍तेजित करने के लिए



मुख मैथुन के बारे में बहुत लोगों के जेहन में ढेर सारे सवाल होते हैं। मसलन क्‍या ऐसा करना सही होगा या फिर ऐसा करने से आपके स्‍वास्‍थ पर कोई बुरा असर तो नहीं पड़ेगा। लेकिन आपको बता दें काम शाष्‍त्र में भी मुख मैथुन का विधिवत वर्णन। शाष्‍त्र के अनुसार सेक्‍स के दौरान ऐसी स्थिती जिससे आपको ज्‍यादा उत्‍तेजना और बेहतरीन संतुष्‍टी प्राप्‍त हो उससे बेहतर तरीका और कोई नहीं हो सकता है। जहां, तक महिलाओं की बात है तो, महिलाओं को मुख मैथुन बहुत ही पसंद होता है। ऐसा कई बार होता है कि महिलायें अपने साथी से खुलकर इस बारे में बता नहीं पाती है। लेकिन ऐसा कत्‍तई नहीं है कि वो इसे पसंद नहीं करती है। जी हां, अपने साथ के मनोभावों को जानना सबसे पहला काम होता है। यदि आपका साथी मुख मैथुन की इच्‍छा रखता है तो आप ऐसा करने में देजब आप अपने महिला साथी के योनि को अपनी जीभ और होठों से सहलाकर उत्तेजित करते हैं तो उसे मुख मैथुन करना कहते हैं। ऐसा करने से महिला बहुत ज्‍यादा यौन उत्तेजना महसूस करती है और वे चरम आनंद (आर्गैज़्म) महसूस कर सकती हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में मुख मैथुन करने के तरीकों के बारें में बतायेंगे। सेक्‍स लाईफ को इंज्‍वॉय करना एक स्‍वस्‍थ जीवन का मुख्‍य बिंदू होता है।

मुख मैथुन के लिए के टिप्‍स, कैसे करें महिला साथी के साथ मुख मैथुन:
 01- मुख मैथुन के लिए बेहतर पोजीशन का होना बेहद जरूरी होता है। आपकी महिला साथी सीधे पीठ के बल लेटी हो और उसके पैर फैले व खुले हों। आप उनके पैरों के बीच लेट जायें ताकि आप उनके गुप्तांग के किसी भी हिस्से को आसानी से चूम, चाट और चूस सकें। यहां एक परेशानी गर्दन दर्द की हो सकती है, इसके लिए उसके नितंब के नीचे तकिया रख दें। इससे उसकी योनि ऊपर उठ जाएगी और एक बेहतर पोजीशन में आ जाएगी। यह पोजीशन भगशिश्न को चूमने और चाटने के लिये बेहतर होती है। 

02- ठीक प्रकार से पोजिशन बनाने के बाद आप अपने साथी के अन्‍त: वस्‍त्र (पैंटी) को अपने दांतों में फंसा कर धीमें-धीमें नीचे की तरफ लेकर जायें। इस दौरान आपके उपर वाले होंठ उनके गुप्‍तांग पर रगड़ खाते हुए नीचें जायेंगे। इस समय आप एक बार उनकी आखों में देखना ना भूलें। पैंटी निकालने के बाद आप आसानी से बैठकर अपने जीभ को गुप्‍तांग के उपर सहलायें, और अपने उंगलियों के सहारे से गुप्‍तांग पर दबाव बनाये। यह बेहद ही शानदार पोजिशन होती है।

 03- इस पोजीशन के दौरान यहां एक परिवर्तन किया जा सकता है। आपकी साथी उसी तरीके से लेटी रहे, लेकिन आप घूम जाएं और आपका चेहरा पैरों की ओर हो जाए, अर्थात आप उनके उपर उसकी उल्टी दिशा में लेट जाए। इस अवस्था में आपका गुप्तांग उनके के चेहरे के उपर होंगा और वह आसानी से आपके लिंग को चूम और चूस सकती है। इससे दोनों मुख मैथुन का आनंद ले सकते हैं।

 04- यदि आपकी साथी नहीं चाहती तो आप थोड़ा सा अपने शरीर को घुमा सकतें है। जिससे आपका गुप्तांग महिला के चेहरे से दूर हो जाएंगा। इसके आद आप अपने शरीर को कोहनी का सहारा देकर अपने पार्टनर के भग और भग शिश्न को आसानी से चूम चुमना शुरू करें। लेकिन यहां यह सावधानी बरतनी पड़ेगी कि साथी के शरीर पर ज्यादा भार न पड़े। इस पोजीशन में आप अपने पार्टनर की जांघों तक पहुंच सकतें हैं। इस दौरान वह जांघों को फैला कर बाह्य भगोष्ठ को खोल सकता है। 

05- एक पोजीशन के रूप मे इसे भी आजमाया जा सकता है जब महिला अपने नितंब के बल बेड के एक किनारे लेटी हो, उसके पांव फर्श पर फैले हों। इस वक्त पुरुष उसकी जाघों के बीच अपने घुटनों के बल बैठ कर उसके गुप्तांगों का चुंबन आदि ले सकता है। इस दौरान जब महिला उत्तेजित हो जाए तो वह अपनी जांघों को खींच कर टांगे फैलाकर अपने तलवे पार्टनर के कंधे, पीठ पर रख सकती है। इस दौरान उसका भग क्षेत्र और खुल जाता है। यह पोजीशन उन महिलाओं के लिये सबसे बेहतर होती है जो यह चाहती हैं कि उनका पार्टनर उसकी योनि के अन्दर अपनी जीभ को प्रवेश कराए। यह पोजीशन महिला को टेबल पर लिटा कर भी की जा सकती है। इस पोजीशन में पुरुष ज्यादा आराम दायक स्थिति में रहता है क्योंकि इस दौरान उसे बहुत कम झुकना पड़ता है। 

06- आप मुख मैथुन के लिये महिला को उपर करके भी प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिये पुरुष अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाए और महिला घुटनों के बल उसके सीने के ऊपर आ जाए और अपने गुप्तांगों को पुरुष के चेहरे के पास ले जाकर अवसर दे। इसमें महिलाओं को फायदा यह होता है कि वह मुख मैथुन की प्रक्रिया को अपने नियंत्रण में रख सकती है साथ ही इस दौरान वह उसके लिंग के साथ भी खेल सकती है। 

7.इसी प्रक्रिया को आगे और बढ़ाया जा सकता है। इसमें महिला टांगे फैलाकर खड़ी हो जाए और पुरुष घुटनों के बल बैठकर उसके भग क्षेत्र पर अपने होंठों से दबाव डाल सकता है। कल्पनाशील युगल के लिये एक और बेहतर पोजीशन है। इसमें पुरुष अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाए और पैर मोड़कर घुटने ऊपर उठा ले। अब महिला घुटनों के बल पुरुष के चेहरे के ऊपर आ जाए। इस दौरान पैर काफी फैले हुए हों, उसका भग क्षेत्र पुरुष के मुंह के ठीक उपर हो। इस दौरान महिला की पीठ पुरुष के चेहरे की ओर हो। अब महिला घुटनों के बल सीधे लेट जाए। ऐसे में महिला का सिर पुरुष के घुटनों पर टिक जाएगा। इस अवस्था में महिला का भगक्षेत्र पूरी तरह से चौड़ाई में खुल जाता है. अब पुरुष चाहे तो वह अपनी जीभ महिला की योनि में प्रवेश करा सकता है

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सोमवार, 22 अगस्त 2016

अब पीरियड्स के दिनों में भी करें सेक्स

अब पीरियड्स के दिनों में भी करें सेक्स




महिलाओं के लिए पीरियड्स के दिन काफी जोखिम भरें होते है। इन दिनों में महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पडता है। पीरियड्स को लेकर महिलाओं से ज्यादा पुरूषों में उत्सुकता होती है। पुरूषों के दिलो-दिमाग में यही बातें घूमती रहती है कि ये कब होता है, कैसा दिखता है, क्यों होता है बल्कि पीरियड्स में सेक्स करने तक की बातें उनके के दिमाग में घूमती रहती हैं। पीरियड्स के दौरान सेक्स को लेकर लोग काफी डरे रहते हैं, लेकिन कुछ टिप्स अपनाकर इन दिनों में भी आप सेक्स का भरपूर मजा ले सकते हैं। "पीरियड्स में सेक्स" को सक्सेसफुल बनाने की शुरूआत होती है। बातचीत से अपने पार्टनर के साथ आप भी इस "दर्द" का लुत्फ उठा सकते हैं। पीरियड्स में सेक्स के दौरान पोजीशन का ख्याल जरूर रखें। ब्लड बहने के कारण कोई ऎसा पोजीशन नहीं चुनें जिससे आपको तकलीफ हो। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि बहुत ज्यादा पेनीट्रेशन आपके इस समय के लिए ठीक नहीं है, क्योंकि आपका सर्विक्स इस समय बहुत ही सेंसिटिव होता है और इसका पोजीशन भी थोडा लोअर रहता है। गर्भ निरोधक के इस्तेमाल से आप इन दिनों एक नहीं, दो-दो फायदे उठा सकते हैं। पहला तो ये कि आपके प्रेगनेंट होने का खतरा कम होता है। दूसरा कि जिस डर से यानी ब्लड स्टेन से आपका दिमाग घिरा रहता है, उससे आप मानसिक तौर पर छुटकारा पा सकती हैं। गर्भ निरोधक के तौर पर आप स्पंज का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। ये स्पंज स्पर्मीसाइड में डुबोये रहते हैं। इसके यूज से आप गर्भधारण से भी बच सकती हैं। साथ ही ये आपके ब्लड फ्लो को भी सोख लेता है और आपके पार्टनर के पेनिस में ब्लड लगने का खतरा भी कम जाता है। पीरियड्स में दाग लगने का डर हमेशा बना रहता है। इससे बचने और सेक्स को भरपूर इन्जॉय करने के लिए बेडशीट के ऊपर एक तौलिया अवश्य रख लें। एक आसान और कुछ हटके वाला रास्ता भी अपना सकते हैं। अपने पार्टनर के साथ इन दिनों आप बाथरूम में नहाते समय खडे-खडे सेक्स का आनंद ले सकते हैं। 

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शनिवार, 13 अगस्त 2016

क्या लिंग के लम्बाई व मोटाई का कुछ महत्व हैं?

लिंग



क्या लिंग के लम्बाई व मोटाई का कुछ महत्व हैं?

बहुत से लड़के लिंग के लम्बाई व मोटाई  के औचित्य से सम्बन्धित प्रश्न पूछते हैं। यह एक स्वभाविक और सामान्य बात है विशेषकर यदि वह यौन सम्भोग न करता हो या करने की सोच रहा हो। लिंग का माप तो जिन सम्बन्धों पर आधारित रहता है जो कि माता-पिता से ग्रहण किया जाता है।

 
क्या लिंग के लम्बाई व मोटाई  के सम्बन्ध में कोई कुछ कर सकता है?

 किशोरावस्था से निकलकर जैसे ही आप एक लड़के से एक पुरूष के रूप में विकसित होते हैं लिंग भी विकसित हो जाता है।

क्या लिंग का टेढ़ा होना सामान्य बात है?

खड़ा होने पर पुरूष के लिंग का हल्का सा दाएं या बाएं झुककर टेढ़ा होना अन्यन्त सामान्य बात है। कुछ पुरूषों के लिंग ऊपर की ओर भी मुड़ जाते हैं। यदि लिंग में अचानक कोई लम्प आ जाये जिससे वह अप्राकृतिक रूप से मुड़ जाये तो इसे डाक्टर ही देख पाएगा।

क्या लिंग के लम्बाई व मोटाई का सम्भोग क्रिया पर कुछ प्रभाव पड़ता है?

सम्भोग परक या फिर प्रजनन के लिए किए जाने वाले कार्यों के लिए पुरूष के लिंग का माप काफी से बेहतर होता है। पुरूष को इस बात का पूरा भरोसा रखना चाहिए कि सम्भोग सुख या क्रिया से लिंग के माप का कोई सम्बन्ध नहीं होता। क्रिया का सम्बन्ध तो पुरूष की खड़ापन पाने और बनाये रखने की क्षमता या खड़ेपन अथवा बिना खड़ेपन के अपने आपको और अपने साथी को यौन परक सम्भोग का सुख देने में है अतः क्रिया, वस्तुतः माप पर नहीं - मांसपेशियों और प्रजनन अंगों की नाड़ी एवं रक्त आपूर्ति पर निर्भर रहती है। वास्तव में, यौन सम्भोग का सुख व्यक्ति की मनःस्थिति पर निर्भर करता है, अपनी और अपने साथी की जरूरतों के प्रति सम्मान पर निर्भर करता है। सम्भोग के दौरान, योनि का छिद्र किसी भी लिंग के लिए न तो बहुत छोटा होता है और न ही बहुत बड़ा क्योंकि यह एक 'खाली जगह' है जो कि मांसल तंतुओं से घिरी रहती है और सामान्यतः सभी माप के लिंगों को ग्रहण कर सकती है।

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शुक्रवार, 12 अगस्त 2016

गुदा मैथुन

                                          गुदा मैथुन



कई लेाग गुदा मैथुन का आंनद लेते हैं। जबकि दूसरों को इसमें शर्म आती है और इसे गंदा मानते हैं। गुदा मैथुन को प्रायः वर्जित या निषिद्ध माना जाता है। 

बिना कठिनाई के गुदा मैथुन करने हेतु सुझाव

- जल्दबाज़ी न करें। सावधानी से और सौम्यता से आरंभ करें, एक-दूसरे को सहज होने का मौका दें।

- हमेशा जल-आधारित चिकनाईयुक्त पदार्थ का प्रयोग करें।

- हमेशा कंडोम का प्रयोग करें। गुदा के अंदर आसानी से संक्रमण हो सकता है। आपकी गुदा की चमड़ी में छोटे-मोटे घाव या खरोंचे आसानी से लग सकती हैं, जिससे एचआईवी या दूसरे यौनसंचारित रोगों के संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है। यदि आपका कंडोम फट जाता है, तो आपको चिकित्सालय में जाकर डाक्टर से यौनसंचारित रोगों की जांच करानी चाहिए।

यदि आपकी इच्छा नहीं है या नहीं हो पाता है तो गुदा मैथुन न करें, कोई और तरीका अपनाएं जिससे आपको आनंद मिलता है।

साफ-सफाई को लेकर चिंतित हैं?

- गुदा मैथुन शुरू करने से पहले सुनिश्चित कर लें कि आप मल त्याग कर चुके हैं। आप साथ-साथ स्नान भी कर सकते हैं।

- यदि गुदा मैथुन के बाद आप योनि-संभोग करते हैं तो नए कंडोम का प्रयोग करें। यदि आपने बिना कंडोम के गुदा मैथुन किया है तो कम से कम अपने लिंग को धोकर साफ़ कर लें। ऐसा ही डिल्डो और वाइब्रेटर का प्रयोग करते समय भी करें।

- यदि आप कोई वस्तु गुदा में प्रवेश कराते हैं तो यह सुनिश्चित कर लें कि यह सही आकार की है। उसका अगला सिरा गोल होना चाहिए और बाहरी सिरा, शेष भाग से चैड़ा होना चाहिए, अन्यथा यह गुदा में खींची जा सकती है और वहीं फंस सकती है।

गुदा मैथुन द्वारा आप गर्भवती नहीं हो सकती हैं। लेकिन यदि शुक्राणु आपकी योनि में प्रवेश कर जाते हैं तो आप गर्भवती हो सकती हैं।

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बुधवार, 10 अगस्त 2016

हर रोज़ पूरी ऊर्जा के साथ कैसे करें संभोग?

हर रोज़ पूरी ऊर्जा के साथ कैसे करें संभोग?



कौन होगा जो हर रोज़ संभोग नहीं करना चाहेगा, लेकिन कई बार ऊर्जा साथ नहीं देती या फिर क्‍लाईमैक्‍स तक पहुंचने में दिक्‍कत आती है। या यूं कहिये कि सेक्‍स की चरम सीमा तक आप रोज़ रोज़ नहीं पहुंच पाते हैं, जिस वजह से रोज संभोग करने का मन नहीं करता। हम यहां बतायेंगे कुछ ऐसी टिप्‍स जिन्‍हें फॉलो करने से आप हर रोज़ पूरी ऊर्जा के साथ संभोग कर सकेंगे। वो भी बिना मूड को खराब किये। 

1. कंट्रोल- कई पुरुषों में संभोग से पहले ही रतिनिष्‍पत्ति की समस्‍या होती है। उनका वीर्य संभोग से पहले ही स्‍खलित हो जाता है। इस वजह से वो संभोग नहीं कर पाते हैं। वैसे यह कोई बीमारी नहीं होती है। यह सिर्फ आपके मूड पर निर्भर करता है। कई बार आप संभोग से पहले ही इतने ज्‍यादा उत्‍तेजित हो जाते हैं कि आपका वीर्य डिस्‍चार्ज हो जाता है। इसके लिये जरूरी है खुद पर कंट्रोल। अगर आप खुद पर कंट्रोल रखते हैं, तो आप जितनी देर चाहें, उतनी देर संभोग कर सकते हैं। खुद पर कंट्रोल करने के लिये संभोग से आधे घंटे पहले मैथुन कर लें। उसके बाद संभोग के दौरान जैसे ही क्‍लाईमैक्‍स तक पहुंचने वाले हों, वैसे ही रुक जायें। अपने ध्‍यान को दूसरी बातों की ओर ले जायें। अगर आप रुकना नहीं चाहते हैं, तो संभोग करते वक्‍त अपने दिमाग में उन बातों को सोचें जिनसे आपको तनाव हो सकता है। ऐसा करने से आप तुरंत डिस्‍चार्ज नहीं होंगे। 

2. फोर प्‍ले- जितनी ज्‍यादा देर तक आप फोर प्‍ले करेंगे, संभोग का मज़ा उतना ज्‍यादा होगा। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को फोर प्‍ले ज्‍यादा अच्‍छा लगता है। फोर प्‍ले का फायदा भी उन्‍हें ही ज्‍यादा मिलता है। ऐसा इसलिये क्‍योंकि पुरुष तो तीन-चार मिनट के अंदर डिस्‍चार्ज हो सकते हैं, लेकिन महिलाओं को चरम सीमा तक पहुंचने में समय लगता है। ऐसा करके आप अपनी पार्टनर को ज्‍यादा खुश रख सकते हैं। 

3. संभोग की गति- संभोग के वक्‍त अपनी गति को नियंत्रित रखने से आप ज्‍यादा देर तक संभोग कर सकते हैं। जोश में आकर होश खो देने से मज़ा किरकिरा हो सकता है। महिला अथवा पुरुष दोनों में जो भी व्‍यक्ति ऊपर होता है, उसी की जिम्‍मेदारी होती है गति पर नियंत्रण रखने की। 

4. पार्टनर की मदद- कई बार होता है कि पुरुष पहले ही स्‍खलित हो जाते हैं, जिस वजह से उनकी पार्टनर को कई बार निराशा हाथ लगती है। इसलिये बेहतर होगा यदि आप ऊपर की तीन टिप्‍स को अपनाते हुए संभोग करें। ऐसा करने से आपकी पार्टनर आपके साथ-साथ डिस्‍चार्ज होगी और संभोग का मज़ा कई गुना ज्‍यादा होगा।

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सोमवार, 8 अगस्त 2016

सम्भोग करने के कामोत्तेजक उपाय पुरुषों के लिए

सम्भोग करने के कामोत्तेजक उपाय पुरुषों के लिए 
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बेडरूम में सेक्स को जंगली रवैए की तरह अपनाइए और इस शानदार ड्राइव का दोनों पार्टनर जमकर आनंद उठाइये। आप अपनी सेक्स क्षमता का पूरा और सही प्रयोग करें। शेयर सेक्स नॉलेज के इन बिन्दुओं पर करें विचार- 

कैसे बहकाएं पत्नी को- महिला को बहकाना हमेशा पुरुषों के लिए चुनौती होता है। किन्तु किसी अवसर पर जीवन साथी को बहकाने का अच्छा प्रतिफल मिलता है। शादी के कुछ सालों बाद कुछ जोड़े पाते हैं कि सेक्स और दृढ़ता अपनी वास्तविक चमक खोती जा रही है। अक्सर बच्चे के जन्म के बाद महिला विशेषतः अनसेक्सी महसूस करती है। एक आदमी इस परिस्थिति को समझते हुए तरीके से अपने पार्टनर को आकर्षक और सेक्सी बना सकता है। इसका सबसे बेहतर तरीका है कि पॉजिटिव प्रयासों से अपने पार्टनर को बहकाएं। दिन का समय- शाम के बेहतर बहकावे के लिये अपरान्ह में दोनों के बीच कोई गैर सेक्सुअल हरकत अच्छे वार्म- अप का काम करती है। कोई रोमांटिक फिल्म देखने जाएं या फिर मौका मिलने पर पैदल साथ-साथ बाजार घूमने निकल जाएं। सुहानी शाम और डिनर- कैंडल लाइट डिनर से की जा सकती है, जो कि या तो किसी मनपसंद रेस्टोरेंट में हो सकता है या फिर घर में ही इसकी तैयारी की जा सकती है, वह भी बगैर घर की किचन में बगैर समय गवांए। भोजन करने के दौरान न तो ज्यादा खाएं न ही ज्यादा पियें और न ही एक दूसरे को ज्यादा के लिये प्रेरित करें।साथ ही इस बात का ख्याल रखना चाहिये कि क्या खा रहे हैं. निश्चित मात्रा का भोजन खाने में काफी सेक्सी होता है। इस दौरान अपनी पत्नी को अपनी डिश चखाएं और उसकी डिश का भी आनंद ले। बस यहीं से बहकाने का सेक्सुअल पार्ट शुरू होता है।  आपस में छेड़छाड़ करें- आपसी छेड़छाड़ दो प्रेमियों के बीच का महत्वपूर्ण फोरप्ले(fore play) होती है। इस दौरान धीमी लाइट जलाकर कोई पसंदीदा संगीत चालू कर लें। छेड़छाड़ के बीच-बीच में एक दूसरे को किस करने का मौका न गंवाएं, सीधे सहवास के लिए उन्मुख हो जाएं।  उसके कपड़े उतारें- छेड़छाड़ के दौरान धीरे-धीरे उसके कपड़े उतारें और उसके सुंदर शरीर की तारीफ करने से न चूके। उसे यह बताएं की उसकी वजह से आप किस तरह ऑन होते हैं। यही वह प्वांइट होगा जब आप दोनों को एक दूसरे की गर्मी और उत्तेजना का अहसास होना शुरू हो जाएगा। उसके बदन में नाम मात्र के कपड़े बचे हों तो उसे भी इस क्रिया में सहभागी बनने को कहें। यह उसके लिये भी एक वास्तविक टर्न ऑन होगा, ठीक उसी तरह जैसे की आपका जब वह पूरी तरह कपड़े उतार चुकी हो। इसस दौरान के सेक्सी कमेंट उसे शारीरिक रूप के अलावा मानसिक रूप से भी उत्तेजित करते हैं। तो फिरलें लाइफ का गंभीर मज़ा...  



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शनिवार, 6 अगस्त 2016

महिला एवं पुरुष का स्पर्श भी सेक्स को उतेजित करने कि एक अच्छी प्रक्रिया है

महिला एवं पुरुष का स्पर्श भी सेक्स को उतेजित करने कि एक अच्छी प्रक्रिया है 




वैज्ञानिकों ने यह पता लगा लिया है कि आखिर क्यों इंसानों और जानवरों को सहलाया जाना भाता है। स्पर्श करने पर त्वचा में मौजूद विशेष तरह की संवेदी कोशिकाएं प्रतिक्रिया देती हैं। स्पर्श किए जाने का आनंद जानवर और इंसान दोनों लेते हैं लेकिन इसकी वजह अब तक अनजान थी। शोध में बताया गया कि त्वचा इंसानों के सबसे संवेदी अंग होते हैं और यह सुखद स्पर्श जैसे सहलाने और चूंटी काटने या जलने जैसे स्पर्श में भेद करते हैं। कैलिफोर्नया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के अनुसंधानकर्ताओं ने चूहों पर परीक्षण किया और पाया कि त्वचा में मौजूद विशिष्ट प्रकार के संवेदी न्यूरॉन सहलाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हैं। अनुसंधानकर्ता डेविड एंडरसन ने कहा हमें उन न्यूरॉन के बारे में बहुत जानकारी है जो हमें ठेस का या दर्द महसूस कराते हैं लेकिन अब तक हमें उन न्यूरॉन की जानकारी नहीं मिल पाई थी जो सुखद अनुभव कराते हैं। वैज्ञानिकों की टीम 2007 में खोज किए गए संवेदी कोशिका की पडताल कर रही थी जिसकी भूमिका के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। स्पर्श करने पर त्वचा में मौजूद विशेष तरह की संवेदी कोशिकाएं प्रतिक्रियां देती हैं। 

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शुक्रवार, 5 अगस्त 2016

कैसे करे गर्भधारण

 कैसे करे गर्भधारण
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जितने भी लोग बच्चा पैदा करना चाहते हैं , उनमे से लगभग  85%  लोग एक साल के अन्दर ऐसा करने में सफल हो जाते हैं. जिसमे से 22 % लोग तो पहले महीने के अन्दर ही सफल हो जाते हैं. यदि एक साल तक प्रयास करने पर भी बच्चा ना हो तो यह समस्य का विषय हो सकता है , और ऐसे  couples  को  infertile  समझा जाता हैं.
बच्चा पैदा होने के लिए couples  के बीच सेक्स(सम्भोग /intercourse)  का होना अनिवार्य है. और इसके दौरान पुरुष का penis  (लिंग)  इस्त्री के  vagina (योनी)  में जाना चाहिए और  उसे  इस्त्री के vagina  में sperm ( शुक्राणु ) छोड़ने होंगे , जिससे sperm ,uterus(गर्भाशय) के मुख के पास इकठ्ठा हो जायेगा. यह प्रक्रिया सेक्स के दौरान स्वत: ही हो जाती  है , इसलिए इसकी चिंता करने की कोई ज़रुरत नहीं है.
इसके आलावा सम्भोग  ovaluation  के समय के आस-पास होना चाहिए. Ovaluation एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे महिलाओं के Ovary (अंडाशय ) से egg ( अंडे) निकलते हैं.Ovulation menstruation cycle(MC) यानि मासिक धर्म चक्र का पार्ट होता है, जो कि MC  के चौदहवें दिन, जब bleeding start  हो जाती है तब शुरू होता है.
बच्चा पैदा करने के लिए महिलाओं में सेक्स के दौरान orgasm  होना अनिवार्य नहीं है. Doctors  का कहना है कि दरअसल fallopian tube  जो कि अंडे को ovary से  uterus तक ले जाता है , sperm  को अपने अन्दर खींच ले जाता है और उसे egg  से मिलाने की कोशिश करता है. और इसके लिए महिलाओं में orgasm  का आना जरूरी नहीं है.



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गुरुवार, 4 अगस्त 2016

क्या है महिलाओं के हस्‍तमैथुन से सम्बन्धित सात रहस्‍य

क्या है महिलाओं के हस्‍तमैथुन से सम्बन्धित सात रहस्‍य
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1- पुरुषों की तरह महिलायें भी यौन सुख के लिए हस्‍तमैथुन का सहारा लेती हैं, हालांकि इससे वे आर्गेज्‍म तक नहीं पहुंच पाती हैं लेकिन उन्‍हें हस्‍तमैथुन से बहुत हद तक संतुष्टि मिल जाती है।
 कुछ महिलाओं में यह आदत किशोरावस्‍था से शुरू होती है और कुछ तो शादी के बाद अपने पार्टनर के साथ रहते हुए भी हस्‍तमैथुन करती हैं। महिलाओं के हस्‍तमैथुन से जुड़े कुछ रहस्‍य भी हैं उन्‍हें भी जानना जरूरी है।
इसका लुत्‍फ उठाती हैं

2- महिला हस्‍तमैथुन

महिलायें हस्‍तमैथुन करते वक्‍त इसका पूरा लुत्‍फ उठाती हैं। कई बार महिलाओं को हस्‍तमैथुन करते वक्‍त पूरा आनंद आता है, और उन्‍हें पुरुष की कमी बिल्कुल भी महसूस नहीं होती है। क्‍योंकि वे इस दौरान केवल अपने आनंद के बारे में सोचती हैं और जब तक उन्‍हें आनंद नहीं मिलता तब तक वे करती रहती हैं। कुछ 2-3 मिनट में संतुष्‍ट हो जाती हैं और कुछ इसके लिए 15-20 मिनट का समय लेती हैं।

3 - कभी-कभी करती हैं

पुरुषों की तुलना में महिलायें कम हस्‍तमैथुन करती हैं। एक शोध के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत पुरुष सप्‍ताह में 3 बार हस्‍तमैथुन करते हैं, और 55 प्रतिशत कम से कम महीने में एक बार। जबकि इस शोध में यह बात भी सामने आयी कि केवल 10 प्रतिशत महिलायें ही सप्‍ताह में 3 बार हस्‍तमैथुन करती हैं, और 38 प्रतिशत महीने में एक बार करती हैं। यानी पुरुषों की तुलना में महिलायें हस्‍तमैथुन कम ही करती हैं।


4- अलग तरह से करती हैं

महिलायें हस्‍तमैथुन अलग तरह से करती हैं। जबकि पुरुष जब चाहें बॉथरूम में, सार्वजनिक शौचालय में या अन्‍य जगहों पर आसानी से करते हैं। जबकि महिलायें इसके लिए खास तरह की तैयारी करती हैं। ज्‍यादातर महिलायें नहाते वक्‍त हस्‍तमैथुन करती हैं और इससे उन्‍हें आनंद मिलता है।


5 - नरम एहसास

पुरुष जब भी हस्‍तमैथुन करते हैं, बड़ी कठोरता से करते हैं और इससे उनके गुप्‍तांगों की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण दर्द भी हो सकता है। जबकि महिलायें आराम से और कोमलता से अपने आप को आनंद देती हैं। अगर उन्‍होंने अपनी उंगलियों के अलावा किसी अन्‍य वस्‍तु का प्रयोग इसके लिए किया तो कोशिश यही रहती है उसका स्‍पर्श आनंदित करने वाला हो।


6 -शरीर के अन्‍य अंग भी जुड़ते हैं

महिला जब भी हस्‍तमैथुन करती है, इसमें वह अपने सारे अंगों को शामिल करती है। जबकि पुरुष ऐसा नहीं कर पाते। महिला इस दौरान अपने जांघों, अपने पेट के साथ-साथ स्‍तनों का मसाज भी करती है। इसलिए यह स्‍वास्‍थ्‍य के लिहाज से भी बहुत फायदेमंद होता है।

7-आर्गेज्‍म की परवाह नहीं

पुरुष जब भी हस्‍तमैथुन करते हैं उनका पूरा ध्‍यान आर्गेज्‍म पर होता है और इसके बाद ही उन्‍हें शुकून मिलता है। जबकि महिलायें हस्‍तमैथुन के वक्‍त ऐसा ध्‍यान बिलकुल भी नहीं रखती हैं, कभी-कभी वे इसके लिए 2-3 मिनट का समय लगाती हैं और इससे ही उन्‍हें आनंद मिलता है। जबकि इतने कम वक्‍त में आर्गेज्‍म नहीं मिल सकता है।


8-आराम मिलता है

हस्‍तमैथुन के बाद महिलाओं को आराम मिलता है। क्‍योंकि इससे उनके पूरे शरीर का मसाज तो होता ही है, साथ ही यह यौन सुख भी प्राप्त करता है। इसके लिए उन्‍हें पुरुष की जरूरत नहीं पड़ती और वे खुद से ही अपने आप को रोमांचित कर देती हैं।


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मंगलवार, 2 अगस्त 2016

पुरुषों को मानसिक तनाव देती है नपुंसकता

                  पुरुषों को मानसिक तनाव देती है 
                                 नपुंसकता




1. तनाव ग्रस्त जीवन
2. अनियमित दिनचर्या   अनिद्रा का शिकार 
3. मादक पदार्थ ,   धूम्रपान तथा शराब का सेवन
4. एलोपैथिक दवाओं का अत्यधिक सेवन


   शर्माना छोडे          तुरंत संपर्क करें

                                                         डॉ. बी .के . कश्यप
                                                    सुप्रसिद्र सइको सेक्सोलोजिस्ट  
                                                       पुरुष बॉझपन विशेषज्ञ   

विश्वनीयता का एकमात्र  क्लीनिक

              


आयुर्वेद  चिकित्सा द्वारा कई  दम्पति पितृत्व व मातृत्व का लाभ लेकर सुखमय जीवनयापन कर रहे  है ।

कश्यप क्लीनिक प्राइवेट लिमिटेड

30 नवाब युसुफ रोड हाईकोर्ट पानी की टंकी सिविल लाइन  इलाहाबाद 211001

335 राजेश मेडिकल हाल नियर वेणी माधव मंदिर दारागंज इलाहाबाद 211006

Contact-

 8756 99 99 81, 8756 99 99 82
 8756 99 99 83, 8004 99 99 84


सोमवार, 1 अगस्त 2016

विभिन्न रोग से मुक्ति का मार्ग भी है सेक्स

विभिन्न रोग से मुक्ति का मार्ग भी है सेक्स





सेक्स को आमतौर पर सिर्फ आनंद या मौज-मजे तक ही सीमित रखा जाता है। लेकिन वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि सेक्स से न सिर्फ आपकों नींद अच्छी आती है बल्कि तनाव से भी राहत मिलती है। इंसान की सबसे ब़डी बीमारी तनाव होता है। नियमित सेक्स से मेंटल और फिजिकल स्ट्रेस कम होता और कैलरी भी बर्न होती है जिससे मधुमेह और हॉर्ट संबंधी बीमारियों से बचाव होता है। सेक्स का नाम जहां आता है लोग अक्सर अपनी नजरे झुका लेते हैं या बेशर्मी पर उतर आते है। लेकिन प्राचीन सुश्रूत संहिता में भी संभोग के फायदे बताए गए हैं। सेक्स न सिर्फ प्लैजर या आनंद देता है बल्किकई रोगों का उपचार भी करता है। नियमित सेक्स और प्रेम इंसान के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है। नियमित सेक्स से इंसान फीजिकली व मेंटली फिट रहता है। आइए जानें कि नियमित सेक्स से क्या फायदे होते हैं। आधुनिक जीवन में तनाव या स्ट्रेस सारी बीमारियों की जड माना जाता है। तनाव से इंसान को मधुमेह, उच्च रक्तचाप और दिल की बीमारी जैसे कई गंभीर रोग हो सकते हैं। वैज्ञानिकों के अध्ययन के अनुसार नियमित सेक्स इंसान को अनेक बीमारियों से बचाता है। 

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यौन समस्याओं में केगल एक्सरसाइज के फायदे और इसके आयुर्वेदिक समाधान

यौन समस्याओं में केगल एक्सरसाइज के फायदे और इसके आयुर्वेदिक समाधान आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने में पीछे ...