यौन रोग: पुरुषों में होने वाली रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन(प्रतिगामी स्खलन) की समस्या:
पुरुषों में होने वाली
रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन की समस्या एक ऐसी समस्या है जिसमें सेक्स के समय वीर्य लिंग (पेनिस) से
बाहर न निकलकर मूत्राशय में आ जाता है और वीर्य पेशाब के साथ निकलता है।
हालांकि, ऐसा होने के बावजूद भी चरमोत्कर्ष का अनुभव होता है।
रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन (प्रतिगामी स्खलन) में सेक्स के समय वीर्य या तो निकलता नहीं है या बहुत कम ही
निकलता है। इस स्थिति को ड्राई ओर्गाज्म भी कहते हैं।
दरअसल सामान्य स्थिति में चरमोत्कर्ष के दौरान
पुरुषों में मूत्राशय का द्वार बंद हो जाता है, ताकि वीर्य मूत्राशय में ना जाकर मूत्रमार्ग के रास्ते बाहर निकल जाए।
रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन की स्थिति में मूत्राशय
का द्वार चोट या अन्य किसी कारण पूरी तरह से बंद नहीं हो पाता और वीर्य बाहर जाने
की बजाय मूत्राशय में चला जाता है। रेट्रोग्रेड
एजाकुलेशन (प्रतिगामी स्खलन) कहते है।
रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन(प्रतिगामी स्खलन) के रिस्क फैक्टर क्या है:
रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन हानिकारक नहीं है लेकिन ये पुरुषों में बांझपन
की वजह बनता है। रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन की समस्या आम नहीं होती। बहुत ही कम मामलों
में ही पुरुषों के साथ ये समस्या होती है। मूत्राशय में वीर्य की उपस्थिति भी
हानिकारक नहीं होती है। रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन के उपचार की जरुरत बस पुरुषों में
बांझपन की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है।
रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन के लक्षण:
रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन की
समस्या आपके लिंग में तनाव होने में बाधा नहीं डालती, ना हीं ये आपको ओर्गाज्म का
आनंद लेने से रोकती है। रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन की समस्या में निम्नलिखित लक्षण
सामने आते हैं।
- चरम उत्कर्ष (क्लाइमेक्स) के बाद
वीर्य पुरुषो में 1.5 ml से ज्यादा निकलता है परन्तु रेट्रोग्रेड
एजाकुलेशन में वीर्य
का न निकलना या बहुत कम निकलना।
- बांझपन।
- सम्भोग के बाद पेशाब में वीर्य
घुला होना।
रेट्रोग्रेड
एजाकुलेशन के कारण:
रेट्रोग्रेड एजाकुलेशन के
पीछे निम्नलिखित वजहें होती हैं।
- पुरुषग्रंथि (प्रोस्टेट) या
मूत्राशय की सर्जरी।
- डायबिटीज(मधुमेह)
- हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप)
- मल्टीप्ल स्क्लेरोसिस
- पेट, पेडू और जननांगों का ऑपरेशन
परीक्षण:
यह मूत्र विश्लेषण के माध्यम से पता लगाया जा
सकता है।
परीक्षण स्खलन के तुरंत बाद एकत्र मूत्र पर आयोजित किया जाता है. यह इसमें बड़ी
मात्रा में शुक्राणु की उपस्थिति प्रकट करेगा।
रोकथाम:
चीनी स्तर डायबिटीज (मधुमेह) को
नियंत्रण में रखने और जांचने के लिए सलाह दी जाती है। ऐसी दवाओं से बचें, जो इस स्थिति को दुष्प्रभाव के रूप में ले
जा सकते हैं।
जटिलतायें :
यह एक घातक स्थिति नहीं है। लेकिन
इससे आपके जीवन में अवांछित जटिलताओं का कारण बन जाएगा। आपको बांझपन और
तनाव का सामना करना पड़ेगा। यह आपके वैवाहिक संबंध और यौन जीवन को काफी हद
तक बाधित कर देगा।