बुधवार, 27 अक्तूबर 2021

पुरुष बांझपन (Male Infertility) कारण एवं उपचार

                                 




पुरुष बांझपन (Male Infertility) कारण एवं उपचार-


पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या के कारण वे पिता बनने के सुख से वंचित रह जाते हैं। 
इनफर्टिलिटी (बांझपन) एक ऐसा मुद्दा है जिसे हमेशा से महिलाओं से जोड़कर देखा जाता था। लेकिन असल बात यह है कि संतान पैदा न होने के पीछे पुरुषों की भी कमियां या कमजोरियां होती हैं। किसी भी पुरुष के लिए बाप बनना एक सुखद अनुभव है लेकिन आज के समय में कई कारणों से तमाम पुरुष इस सुखद अनुभव से वंचित रह जाते हैं। जीवनशैली और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के कारण पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर असर पड़ता है जिसकी वजह से तमाम लोग पिता बनने से वंचित रह जाते हैं। इसके अलावा शैक्षिक और करियर से जुड़े कारणों की वजह से कई कपल्स प्रेग्नेंसी को सही समय पर नहीं अपनाते हैं जिसकी वजह से भी समस्याएं होती हैं। अधिकांश लोग आज के समय में भी शर्मिंदगी की वजह से इनफर्टिलिटी जैसे विषयों पर बात नहीं करते हैं।
लेकिन शर्मिंदगी को त्यागकर इसे एक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या के रूप में देखा जाना बहुत जरूरी है। अगर कोई भी कपल एक साल की कोशिश के बाद भी गर्भधारण करने में असमर्थ हैं तो उन्हें दोनों को एक्सपर्ट से सलाह जरूर लेनी चाहिए। कई बार इनफर्टिलिटी की वजह से गर्भधारण करने में दिक्कत आती है। जब तक पति-पत्नी दोनों की सही ढंग से जांच नहीं होती है तब तक इसके पीछे के असल कारणों को पहचानने में सफलता नहीं मिलती है। इसलिए पुरुषों को भी शर्म और झिझक को त्याग कर अपने फर्टिलिटी के बारे में बात जरूर करनी चाहिए।

पुरुषों में इनफर्टिलिटी (बांझपन) के प्रमुख कारण -

आज के समय में अनुचित खानपान और जीवनशैली की वजह से पुरुषों में इनफर्टिलिटी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इनके पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं। पुरुषों में इनफर्टिलिटी या बांझपन के प्रमुख कारण इस प्रकार से हैं।

· वैरिकोसिल के कारण।

· अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन।

· शारीरिक व्यायाम की कमी।

· नींद से जुड़ी समस्याओं के कारण।

· बढ़ती उम्र की वजह से।

· स्मोकिंग की वजह से।

· क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम और सिस्टिक फाइब्रोसिस।

· कैंसर और कैंसर के इलाज की वजह से।


पुरुषों की प्रजनन क्षमता बढ़ाने के आसान उपाय -

जीवनशैली और खानपान से कई कारणों की वजह से पुरुषों की फर्टिलिटी प्रभावित हो सकती है। इसके पीछे कई आनुवंशिक और उम्र से जुड़े कारण भी प्रमुखता से जिम्मेदार माने जाते हैं। पुरुषों को पिता बनने के लिए उनके शुक्राणुओं में होने वाले बदलाव के बारे में जानकारी जरूर रखनी चाहिए। अगर आप एक साल या उससे अधिक समय से पिता बनने की कोशिश में नाकाम हो रहे हैं तो उसके पीछे आपनी फर्टिलिटी भी एक प्रमुख वजह हो सकती है। पुरुषों की फर्टिलिटी बढ़ाने के कुछ आसान उपाय इस प्रकार से हैं।

वजन को हमेशा रखें नियंत्रित-

स्वस्थ रहने के लिए वजन का शरीर की लंबाई के अनुपात में होना जरूरी होता है। वजन बढ़ने की समस्या में आपके शरीर में कई समस्याएं तो होती ही हैं लेकिन इसकी वजह से आपके शुक्राणुओं पर भी प्रभाव पड़ता है। अधिक वजन होने से आपके शुक्राणुओं का विकास प्रभावित होता है और आपके शुक्राणु डीएनए में भी बदलाव आ सकता है। स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना और नियमित रूप से व्यायाम करने से आप अपने वजन को कम कर सकते हैं। संतुलित वजन होने से आपको ये समस्याएं नहीं होती हैं।

स्ट्रेस को कम करें-

अधिक तनाव लेने की वजह से भी पुरुषों की फर्टिलिटी प्रभावित होती है। यह देखा गया है कि जो पुरुष तनाव में रहते हैं उनके शुक्राणुओं की गुणवत्ता पर असर पड़ता है जिसकी वजह से गर्भधारण नहीं हो पाता है। तनाव को कम करने के लिए आप मेडिटेशन, एक्सरसाइज या योग, तैराकी आदि का सहारा ले सकते हैं।

धूम्रपान को कहें अलविदा-

धूम्रपान वैसे भी सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक होता है। धूम्रपान करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ता है। धूम्रपान आपके दिल की सेहत पर भी बुरा असर डालता है। अधिक धूम्रपान करने वाले पुरुषों की फर्टिलिटी पर भी इसका असर पड़ता है। धूम्रपान की वजह से आपके शुक्राणुओं की संख्या कम होती है और शुक्राणु की गतिशीलता भी प्रभावित होती है। महिलाओं के गर्भपात का भी एक अहम कारण उनके पुरुष का धूम्रपान करना होता है। धूम्रपान करने से बचने पर आपके शुक्राणुओं की गुणवत्ता सही हो सकती है और इसके बाद आप पिता बन सकते हैं।

लैपटॉप को गोद में रखकर देर तक काम करने की वजह से -

आज के समय में इंसान का ज्यादा से ज्यादा काम लैपटॉप या कंप्यूटर के सहारे होता है।  ऐसे में लैपटॉप का इस्तेमाल सबसे ज्यादा हो रहा है। लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने की वजह से आपकी फर्टिलिटी प्रभावित हो सकती है। लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने से उससे निकलने वाला रेडिएशन आपके शुक्राणुओं के उत्पादन को प्रभावित कर सकता है और इसका असर आपकी प्रजनन क्षमता पर भी पड़ता है। इसलिए इनफर्टिलिटी से बचने के लिए आपको लैपटॉप को गोद में रखकर ज्यादा देर तक काम करने से बचना चाहिए।

स्वस्थ आहार का सेवन करें-

स्वस्थ आहार का सेवन आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। इनफर्टिलिटी की समस्या खानपान की वजह से भी हो सकती है। इसलिए पुरुषों को इनफर्टिलिटी से बचने के लिए स्वस्थ आहार का सेवन जरूर करना चाहिए। आप एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन करें। इसके अलावा ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने और शुक्राणुओं के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी है।

पुरुषों की इनफर्टिलिटी की समस्या का इलाज-

पुरुषों में बांझपन या इनफर्टिलिटी का इलाज कई तरीकों से किया जाता है।
इसके प्रमुख 3 तरीके इस प्रकार से हैं।

· चिकित्सा प्रबंधन

· सर्जिकल प्रबंधन

· जीवन शैली में परिवर्तन

चिकित्सा प्रबंधन - पुरुषों में बांझपन की समस्या को दूर करने के लिए इलाज में विटामिन सी, विटामिन ई, ग्लूटाथियोन जैसे एंटीऑक्सिडेंट का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा कम टेस्टोस्टेरोन वाले पुरुषों का ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रॉफिन (एचसीजी) के साथ उपचार किया जा सकता है जो एफएसएच और एलएच हार्मोन के स्तर में सुधार कर सकता है जो बदले में शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ा सकता है।

सर्जिकल प्रबंधन - सर्जिकल प्रबंधन के द्वारा पुरुषों की इनफर्टिलिटी को भी दूर किया जाता है। सर्जरी के माध्यम से इनफर्टिलिटी को दूर करने के लिए इन चीजों का सहारा लिया जाता है।

1.माइक्रो-टेज (माइक्रोस्कोपिक टेस्टिकुलर स्पर्म एक्सट्रैक्शन)

इस प्रक्रिया में अशुक्राणुता (ऐसी स्थिति जिसमें वीर्य में कोई शुक्राणु नहीं पाया जाता है) से पीड़ित पुरुषों के मामले में वृषण से शुक्राणुओं को पुनः प्राप्त करने के लिए उपचार किया जाता है।

2. वैरिकोसेलेक्टोमी

वैरिकोसिल अवस्था से ग्रस्त पुरुष वैरिकोसेलेक्टोमी नामक सर्जरी के माध्यम से इनफर्टिलिटी को दूर कर सकते हैं। वैरिकोसिल एम्बोलाइजेशन एक और कम आक्रामक प्रक्रिया है जिसका उपयोग पुरुषों की इनफर्टिलिटी को दूर करने के लिए किया जाता है।

3. वेसेक्टोमी (पुरुष नसबंदी) रिवर्सल

पुरुष जो पुरुष नसबंदी (जन्म नियंत्रण उपाय) से गुजर चुके हैं, वे भी वेसेक्टोमी (पुरुष नसबंदी) रिवर्सल प्रक्रिया के माध्यम से फर्टिलिटी को प्राप्त कर सकते हैं और एक बार फिर अपने पितृत्व के सपने को पूरा कर सकते हैं।

जीवन शैली में परिवर्तन - जीवनशैली में कुछ बदलाव कर आप इनफर्टिलिटी की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए आपको स्वस्थ और संतुलित आहार के सेवन के साथ-साथ नियमित रूप से व्यायाम का अभ्यास करना होगा। इसके अलावा धूम्रपान और शराब का सेवन बंद करके आप इस समस्या से बच सकते हैं।

ज्यादातर पुरुष शुक्राणु की गुणवत्ता और इसके महत्व और गर्भावस्था में में इसकी भूमिका से अनजान हैं। एंड्रोलाइफ विज्ञान की विशेष शाखा है जो पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य से संबंधित है और एंड्रोलॉजिस्ट विशेष विशेषज्ञ हैं जो पुरुष वन्ध्यत्व का उपचार करते हैं। यदि आप गर्भधारण करने में असमर्थ हैं, तो बेझिझक किसी फर्टिलिटी विशेषज्ञ से मिलें। ऐसी कई उन्नत तकनीकें हैं जिनके द्वारा पुरुषों की इनफर्टिलिटी को दूर किया जा सकता है।




धात रोग की समस्या और इसका आयुर्वेदिक समाधान

धात रोग की समस्या और इसका आयुर्वेदिक समाधान : Dr. B.K. Kashyap (Sexologist) परिचय: धात रोग , जिसे अक्सर ' स्वपनदोष ' या ' व...