गुरुवार, 26 अक्तूबर 2017

गोनोरिया के बारे में कुछ खास जानने योग्य बातें

गोनोरिया के बारे में कुछ खास  जानने योग्य बातें


गोनोरिया, निसेरिया गोनोरीए नामक बैक्टीरिया से होता है । यह वायरस बहुत तेजी से फैलता है । असुरक्षित यौन, गुदा या मुख मैथुन गोनोरिया के मुख्‍य कारण हो सकते हैं । इसके दुष्‍प्रभावों को रोकने के लिए सही समय पर इलाज किया जाना जरूरी है ।
1. क्‍या होता है गोनोरिया
गोनोरिया, निसेरिया गोनोरीए नामक बैक्टीरिया से होता है । यह वायरस बहुत तेजी से फैलता है । यह आपके गले, मूत्र नली, योनि और गुदा को संक्रमित कर सकता है । हालांकि इसका इलाज संभव है, लेकिन इसके दुष्‍प्रभावों को रोकने के लिए सही समय पर इलाज किया जाना जरूरी है ।
2. कैसे होता है गोनोरिया
असुरक्षित यौन, गुदा या मुख मैथुन गोनोरिया के मुख्‍य कारण हो सकते हैं । इसके लिए किसी दूसरे व्यक्ति का वीर्यपात का होना जरूरी नहीं है । यह संक्रमण गर्भवती महिलाओं से उनके होने वाले बच्‍चों में भी हो सकता है । किसी नए साथी के साथ सेक्स करने या एक से अधिक लोगों के साथ सेक्स करने से गोनोरिया का खतरा बढ़ जाता है ।
3. कैसे बचें गोनोरिया से
संभोग करते समय हमेशा कंडोम का प्रयोग करें। साथ ही जरूरी है कि आप अपने साथी के साथ गोनोरिया की जांच कराएं। ताकि एक दूसरे से संक्रमण फैलने की आशंका से निपटा जा सके। किसी नए साथी से यौन संबंध बनाने से पहले भी इस प्रकार की जांच जरूरी है । पेशाब करते समय असामान्य स्राव होना, घाव या दर्द होना यौनसंचारित रोग के लक्षण हो सकते हैं, ऐसे में फौरन चिकित्‍सीय जांच करवायें ।
4. गोनोरिया को कैसे पहचानें
अधिकांश मामलों में गोनोरिया के लक्षण नजर नहीं आते । संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आने पर भी संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है । गोनोरिया के लक्षण दो से दस दिनों में दिख जाते हैं। इसके लक्षण आपके सेक्‍स करने के तरीके पर निर्भर करता है ।  
5. महिलाओं में गोनोरिया के लक्षण
योनि से अधिक स्राव, योनि से पीला या हरा स्राव , योनि से तेज बदबू, पेशाब करते समय दर्द, संभोग करते समय दर्द, सेक्स करने के बाद खून आना, गुदा में खुजली, गुदा से खूनी या मवाद जैसा स्राव, मलत्याग में परेशानी और पेट में दर्द आदि गोनोरिया के संभावित लक्षण हो सकते हैं । हालांकि कई बार लक्षण नजर नहीं भी आते। इसलिए यदि आपको कोई शंका हो, तो विशेषज्ञ डॉक्टर से जांच करवायें।

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शनिवार, 21 अक्तूबर 2017

सम्बन्ध बनाने के दौरान दर्द क्यूँ होता है

         सम्बन्ध बनाने के दौरान दर्द क्यूँ होता है 


  • अगर प्यार करने के दौरान आपको दर्द का एहसास होता है तो सबसे महत्वपूर्ण यह नोट करना है कि आपको किस जगह पर होता है यानी दर्द आपको योनि (vagina) के अंदर होता है या योनि के मुह के आसपास | सेक्स के दौरान होने वाले दर्द को( दाईस्पेरेनिया) के मेडिकल टर्म से जाना जाता है | दाईस्पेरेनिया करीब-करीब महिलाओ के लिए है मगर कभी कभी यह पुरुषो को भी प्रभावित करता है |महिलाओ के लिए असामान्य नहीं है सेक्स के दौरान दर्द होना हालाँकि उनमे दाईस्पेरेनिया, अगर वगीनिस्मुस के साथ अक्सर होता है | वगीनिस्मुस एक सामान्य अवस्था है जिसमे योनि की मांसपेशीया , लिंग प्रवेश के दौरान, में ऐंठन आ जाती है और यह मुख्यतः डर के कारण होता है कि लिंग या पेनिस के कारण उन्हें बहुत दर्द होगा |
  • जब लिंग योनि में प्रवेश करता है तब एक बहुत तेज़ जलन की अनुभूति होती है और इस जलन के साथ साथ बहुत तेज़ खुजली और कॉटेज-चीस की तरह योनि से डिस्चार्ज होता है | खमीर(Yeast) संक्रमण महिलाओ में बेहद आम होता है और इस संक्रमण के कारण होने वाले सूजन के कारण लिंग प्रवेश के समय बहुत ज्यादा दर्द होता है | जब तक इस संक्रमण को ठीक ना हो जाए और सेक्स करने के कारण संक्रमण अपने पार्टनर को पास हो सकता है और आपका पार्टनर च्लाम्य्डिया या ( गोनोरिया ) से भी संक्रमित हो सकता है और ऐसा होने पर महिला चिकित्सा विशेषज्ञ से  तुरन्त मिले | 
  • सेक्स के दौरान अगर आपकी पार्टनर पेट के निचले हिस्से और कमर में बहुत तेज़ दर्द अनुभव होता है जब आपका लिंग या आपकी ऊँगली गर्भाशय ग्रीवा(  cervix ) को टच करती है | श्रोणि सूजन की बीमारी (Pelvic Inflammatory Disease ) जननागो का संक्रमण के कारण इस तरह का दर्द होता है और यह आपके पार्टनर के च्ला म्य्डिया या गोनोरिया से संक्रमित होने के संकेत हो सकता है और ऐसा होने पर अपना खुद का इलाज़ करवाए क्यूंकि आपके पार्टनर को इन्फेक्शन या संक्रमण  हो सकता है और आपको यह इन्फेक्शन अपने पार्टनर से मिल सकता है| 
  • सेक्स करते करते अचानक से अगर तेज़ दर्द का अनुभव हो और ऐसा हमेशा  ना हो और यह कभी कभी होता हो तो इसका मतलब है कि आपने अपने लिंग से या अपनी ऊँगली से अपने पार्टनर के cervix को आघात किया है और सेक्स पोजीशन बदल कर इस दर्द से बचा जा सकता है |

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रविवार, 8 अक्तूबर 2017

महिला साथी को सेक्स के लिए उतेजित करने के विशेष तरीके

महिला साथी को सेक्स के लिए उतेजित करने के विशेष तरीके 



महिलायें बहुत ही रोमांचित महसूस करती है जब पुरुष उसके नीचे के अंगो की तरफ मुखातिब होता है। मुख मैथुन या ओरल सेक्स सम्भोग के दौरान किया जाने वाली एक बहुत ही नैसर्गिक आनंददायी और रोमांचकारी क्रिया है। इसके इस्तेमाल से आप अपने वैवाहिक जीवन या सम्बन्ध में एक नयी उमंग भर सकते हैं। अपने साथी को सम्भोग के दौरान नए अहसास दे सकते हैं। मुख मैथुन वर्षो से चली आ रही प्रक्रिया है ये कोई अब की नयी बात नहीं है जिसे आजकल ज्यादातर पोर्न फिल्मो में दिखाया जाता है। मुख मैथुन का वर्णन कामसूत्र में भी है। आज हम आपको बताते हैं मुख मैथुन से जुड़े ऐसे सुझाओं से जिसके इस्तेमाल से आप अपने यौन जिंदगी में नयी उमंग लाकर अपने महिला पार्टनर को अदभुत रोमांच दे सकते है |

साफ़ सफाई का विशेष ध्यान दे पहले दोनों पार्टनर अपने जनांगो को अच्छी तरह से साफ़ करले 

नारी  का संवेदनशील अंग भग्न शीश स्पर्श मात्र से प्रेम और उतेजक उमड़ता है 
उसे अच्छा लगता है जब आपका ध्यान उसके भग्न शीश (क्लिटोरिस) की तरफ जाता है। भग्न शीश महिलाओं के जननेन्द्रियों का सबसे सवेंदनशील हिस्सा होता है। यहाँ किसी भी तरह का स्पर्श महिलाओं को उत्तेजना से भरपूर कर देता है। पर अगर बस इसी जगह पर ज्यादा ध्यान देना और हिस्से को चूमना महिलाओं को थोड़ा बोर भी कर सकता है। मुख मैथुन की क्रिया के दौरान अपनी जीभ का इस्तेमाल पूरी तरह करें। जीभ को सीधे कर के उसके उस हिस्से को छुएं, कभी हलके से कभी जोर से उसके क्लिटोरिस को जीभ से छुएं। अपनी जीभ में आप जितने भी अलग वैरीएशन देंगे मुख मैथुन का मजा उसके लिए और भी ज्यादा होगा।

मुख मैथुन में सतर्कता बरते 

मुख मैथुन की क्रिया जल्दी जल्दी रोटियां सेंक कर खाने जैसी नहीं है। इसे आराम से करें । ये किसी पांच सितारा होटल में पुरानी शराब को चखने जैसी प्रक्रिया है जिसे जितने आहिस्ता जितने आराम से करें मजा उत ना ही आएगा। उसके जाँघों की निचली सतहों को चूमें, अपने होठों से उसके भगोष्ठ (labia) को चूमें, उस जगह गर्म साँसे छोड़े। ऐसा करना उसको आनंद की पराकाष्ठा पर पहुंचा देगा।

प्रेम और उतेजना का ज्वार चरम्पर

वो आपकी जिंदगी का एक हिस्सा है, आपकी पत्नी है, प्रेमिका है या महिला मित्र है। वो एक सामान्य सी लड़की है कोई पोर्नस्टार नहीं है इसलिए मुख मैथुन के समय पोर्न फिल्मों में अपनाएं गए तरीकों से बचे। उसके भग्न शीश के पास अपने जीभ को गोल गोल घुमाएं कभी क्लॉकवाइज तो कभी एंटीक्लॉकवाइज। आपको कुछ ही पलों में अंदाजा हो जाएगा की आप जो कुछ भी कर रहे हैं सही जगह कर रहे हैं और आपके इन मूवमेंट्स से उसे स्वर्ग जैसा सुख मिल रहा है।

परमानन्द की अनुभूति स्वत: होगी 

अगर आप बिस्तर पर ये सोचकर जा रहे हैं की आज उसे चात्मोत्कर्ष के उत्कर्ष पर पहुंचा देंगे तो थोड़ा सचेत हो जाइए।आप बिस्तर पर बस ये सोचकर जाएँ की आज की रात आप उसे अपने प्रेम अपने स्पर्श से किसी और लोक की सैर कराएँगे। आपकी सोच बस आनंद तक सिमित रहनी चाहिए। आप ये कतई सोचकर बिस्तर पर न जाएँ की आज आप उसे इजैकुलेट करने पर मजबूर कर देंगे। वो इस पल में खोना चाहती है। अगर आप अपने आप में समां लेंगे तो वो खुद ब खुद आनंद के समंदर में डूब जायेगी।

प्रेमभाव को प्रदर्शन को विशेष निर्देशक सदेव याद रखे 

उन सारी बातो को ध्यान में रखे जब वो आपके पुरुषार्थ के स्तम्भ, आपके शिश्न को चूमती है। क्या आपको उसका आपके शिश्न को हौले हौले चूसना या चूमना पसंद है, या थोड़े जंगली तरीके से या फिर आप अपने शिश्न पर उसके दाँतो के स्पर्श को महसूस करना पसंद करते हैं। मुख मैथुन के समय आप जैसा भी महसूस करते होंगे या आपको जो कुछ भी अच्छा लगता होगा उसे भी कुछ ऐसा ही लगता होगा। इसलिए अगली बार जब उसके नाभि के नीचे उतरें तो इन बातों को ध्यान में रखें। 

सेक्स के दौरान दोनों एक दूसरे में समा जाये 

मुख मैथुन की प्रक्रिया में अगर एक बार भी उसे ऐसा लगने लगे की आप अब बोर और असहज मह्सुश कर रहे हैं तो वो तुरंत ही आपसे अलग हैट जायेगी और मुख मैथुन से पर हो जायेगी। इसलिए हमेसा प्यार के इस खेल को दो तरफ़ा बनाये रखने में अपनी कोई कसर ना छोड़ें। उसे यह जताते रहे की प्रेम की यह अभिव्यक्ति कितनी पवित्र और कितनी आनंदमयी है। उसे कभी यह महशुस करने का मौक़ा न दे की वो बस एक ऑब्जेक्ट है, उसे अपने प्यार से अपने स्पर्श से जीवंत होने का अहसास करते रहें


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गुरुवार, 5 अक्तूबर 2017

बांझपन या ( infertility) की समस्या किन कारणों से पाया जाता है

बांझपन  या ( infertility) की समस्या किन कारणों से पाया जाता है


एक आदमी या पुरुष के लिए सबसे बड़ी ख़ुशी में से एक दुसरे जीवन को धरती पर लाना है मगर कई पुरुष समय से पहले अपनी पौरुष या बच्चे पैदा करने कि क्षमता खो कर अपनी ख़ुशी को लुटवा चुके होते  है | हमारे कुछ आदतो का दुष्परिणाम हमारी इस क्षमता के लिए बहुत हानिकारक और नुक्सानदेह है क्यूंकि कोई भी आदमी (Infertility) या बांझपन की समस्या से वास्तव में बचा हुआ नहीं है इसलिए यह बहुत जरुरी है कि हम इसके कारण और निदान को जाने |

अपनी पॉकेट में सेलफोन रखना

यूनिवर्सिटी ऑफ़ एक्सेटर के एक रिसर्च के अनुसार सेलफोन जब आप अपने पॉकेट या जेब में रखते है तो सेलफोन के रेडिएशन का बुरा असर आपके स्पर्म की गुणवता और गति पर पड़ता है| सेलफोन के रेडिएशन के कारण स्पर्म की गतिशीलता 8% तक कम हो जाती है और स्पर्म की जीवन क्षमता 9% से इसलिए यह कोशिश करे कि सेलफोन को अपने जेब या पॉकेट में कम से कम रखे |

शराब का अत्यधिक सेवन

शराब या अल्कोहल शरीर को जस्ता या zinc अवशोषित करने की क्षमता कम कर देता है जो स्वस्थ स्पर्म के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व है | अल्कोहल जर्म कोशिकाओं में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन और म्यूटेशन कम कर देता है और जिसका सीधा असर स्पर्म काउंट पर पड़ता है | यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है की अल्कोहल या शराब की कितनी मात्रा नुकसानदायक है मगर हमारी राय है की शराब या अल्कोहल के सेवन से जितनी दूर रहा जाय , उतना स्पर्म के स्वास्थ्य के लिए वो सही है |

कैफीन की खपत अधिक

हमारी आदत जिसका सबसे बुरा असर हमारे पौरुष पर पड़ता है है वो है कैफीन का अध्यधिक सेवन| कैफीन चाय और कॉफ़ी में अल्प मात्रा में और अध्याधिक मात्रा में सिगरेट, सिगार और शीशा में पाया जाता है| किसी भी रूप में 300 mg कैफीन का सेवन स्पर्म काउंट और उसकी गतिशीलता को कम कर देता है| शोधकर्ताओं ने पाया है कि एक दिन में 20 सिगरेट का सेवन 50% स्पर्म को मार देता है| 2 कप कॉफ़ी, छह कप चाय और caffeinated कोला का सेवन प्रतिदिन करने से स्पर्म काउंट और उसकी गतिशीलता पर बुरा असर डालता है |

अत्यधिक गर्मी

यह सबको पता है कि हमारे अंडकोष ,शरीर के तापमान से 2 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान पर ज्यादा अच्छे ढंग से काम करता है और स्पर्म का स्वस्थ्य स्पर्म का निर्माण करता है और यही कारण है कि वृषण अंडकोषीय थैली में जन्म के समय में उतरता है और जब अंडकोष का तापमान शरीर के तापमान के बराबर या ज्यादा हो जाता है तो अंडकोष के स्पर्म की निर्माण कि क्षमता पर बहुत असर पड़ता है|

मानसिक तनाव 

यह अभी तक विवादास्पद है कि तनाव और डिप्रेशन के कारण इनफर्टिलिटी होती है मगर शोधकर्ताओ ने यह साबित किया है डिप्रेशन और तनाव के दौरान हाईपोथेलेमिक पिट्यूटरी – एड्रि‍नल धुरी बाधित होती है और थाइरोइड शिथिलता के कारण सेक्स करने की चाहत में कमी आती है तो बाद में इनफर्टिलिटी का कारण बनती है |

टाइट जीन्स पहनना या बहुत टाइट ( Undergarments ) पहनना

नए दौर का फैशन, टाइट जीन्स पहनना , का भी बुरा असर पुरुष में इनफर्टिलिटी का कारण बन कर आया है| यह अंडकोष के क्षेत्र में गर्मी का अधिक उत्पादन तो करता है ही करता है और साथ ही साथ जननांग पथ सूजन और रक्त के संचार को भी रोकता है और इसका सीधा असर पुरुष के पौरुष पर पड़ता है |

मोटापा 

मोटापे के कारण हाइपोथेलेमस से हार्मोन जारी होने वाले हॉर्मोन गोनाडोट्रोपिन के निर्माण में कमी आ जाती है और किसके कारण पुरुष में हायपोगोनादिस्म( Hypogonadism ) की स्थिति आ जाती है और फलस्वरूप अंडकोष अपनी कार्यक्षमता पूरी तरह से खो सकता है और आदमी पूरी तरह से नपुंशक बन सकता है |

लम्बे समय तक बैठे रहना

लम्बे समय तक बैठे रहने के कारण पेल्विक क्षेत्र में रक्त के सप्लाई में कमी आ जाती है और फलस्वरुप जनन अंग में जरुरत के अनुसार रक्त या ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है और रक्त या ऑक्सीजन की कमी के कारण कोशिकाए गलने लगती है इसलिए एक्सपर्ट यह suggest करते है की हमे कम से कम 45 मिनट तक प्रतिदिन लगातार खड़े रहना चाहिए या कम से कम 30 मिनट के लिए व्यायाम करना चाहिए |

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धात रोग की समस्या और इसका आयुर्वेदिक समाधान

धात रोग की समस्या और इसका आयुर्वेदिक समाधान : Dr. B.K. Kashyap (Sexologist) परिचय: धात रोग , जिसे अक्सर ' स्वपनदोष ' या ' व...