बुधवार, 22 जून 2016

पीरियड, माहवारी या मासिक धर्म क्या है

 पीरियड, माहवारी या मासिक धर्म क्या है
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  • मासिक धर्म या पीरियड 10-16 साल की लड़कियों के शरीर में होने वाला एक हार्मोनल बदलाव है. स्त्री के शरीर में दो अंडाशय और एक गर्भाशय होता है. स्त्री के अंडाशय से हर माह एक विकसित अण्डा उत्पन्न होता है. जब अण्डा गर्भाशय में पहुंचता है, उसका स्तर खून और तरल पदार्थ से गाढ़ा हो जाता है. यदि उस अंडे का पुरूष के शुक्राणु से मिलन नहीं होता है, तो यह स्राव बन जाता है जो कि योनि से निकल जाता है. इसी स्राव को मासिक धर्म, रजोधर्म या माहवारी, पीरियड, या मासिक  कहते हैं.
  • मासिक के बारे में प्रमुख बातें :
  • पीरियड महीने में एक बार होता है.
  • अलग-अलग लड़कियों का पीरियड अलग-अलग आयु में शुरू होता है.
  • मासिक का समय 2 से 7 दिन के बीच का हो सकता है. अलग-अलग स्त्रियों की पीरियड की अवधि अलग-अलग होती है. एक स्त्री के पीरियड की अवधि भी कम या ज्यादा होती रहती है.
  • मासिक हर महीने 28-35 दिन के बीच में होता है.
  • मासिक या पीरियड शुरू होने से पहले कमर में हल्का दर्द होना एक आम बात है, जिसे मासिक से पहले का दर्द कहते हैं.

  • मासिक खत्म होने लगता है, तो दर्द भी कम होने लगता है.

  • अधिकतर स्त्रियों को मासिक से पहले कुछ भी तकलीफ महसूस नहीं होता है. जबकि बहुत-सी महिलाओं को पीरियड से पहले कमर या पैर में दर्द महसूस होता है, सर दर्द होता है, कब्ज होता है, स्तनों में भारीपन और कड़ापन आ जाता है, और अकारण चिड़चिड़ापन आ जाता है.
  • अगर मासिक के दौरान तेज असहनीय दर्द हो, बहुत अधिक रक्त स्त्राव हो. तो आपको किसी डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.

  • मासिक 40-60 वर्ष की आयु के बीच में कभी भी बंद हो सकता है. इसलिए अलग-अलग महिलाओं का मासिक अलग-अलग आयु में खत्म होता है. अंतिम मासिक को रजोनिवृत्ति ( Menopause मेनोपोस ) कहते हैं.

  • वैसे तो हर 8 घंटे में पैड बदल देना चाहिए, लेकिन अगर यह पहले हीं गीला हो जाए तो उसे बदलना चाहिए. हर सुबह पैड बदलना चाहिए. पूरा दिन एक हीं पैड लगाए रखने से इसमें जीवाणु पनपते हैं. इसलिए आपको पैड की सफाई का ध्यान रखना चाहिए.
  • अनियमित माहवारी पीरियड वह होता है जिसमें पीरियड की अवधि एक चक्र से दूसरे चक्र तक लम्बी हो सकती है, या वे बहुत जल्दी-जल्दी होने लगते हैं या असामान्य. किशोरावस्था के पहले कुछ सालों में अनियमित पीरियड हो सकते हैं.

  • अगर मासिक के दिन थोड़े बहुत कम या ज्यादा हो जाएँ, तो आपको चिंता नहीं करनी चाहिए.
  • शरीर में खून की कमी होने से भी कई बार पीरियड से पहले बहुत ज्यादा दर्द होता है.
  • पीरियड में आपको ज्यादा तकलीफ न हो, इसके लिए आपका शारीरिक रूप से मजबूत होना जरूरी है.
  • आपको अपने खाने में ताजे फल और सब्जियों का उपयोग करना चाहिए.
  • और यह याद रखें कि मासिक कोई तकलीफ नहीं है, यह तो हर स्त्री की एक सामान्य मासिक प्रक्रिया है.

Kashyap Clinic Pvt. Ltd.

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