रविवार, 1 दिसंबर 2019

लम्बे समय तक सेक्स का आनंद उठाना है तो बढ़ाये मर्दो वाला हार्मोन्स (टेस्टेस्टोरॉन ): डॉ.बी. के. कश्यप


लम्बे समय तक सेक्स का आनंद उठाना है तो बढ़ाये  मर्दो वाला हार्मोन्स (टेस्टेस्टोरॉन ): 

 युवावस्था के दौरान सेक्स होर्मोन, यौन विशेषताओं के विकास के लिए जिम्मेदार होते है। 
पुरुषों और महिलाओं में सेक्स होर्मोन या प्रजनन हार्मोन के अनेक कार्य होते हैं। वयस्कता के दौरान, ये प्रजनन चक्र को विनियमित करने के लिए उत्तरदायी होते हैं। महिलाओं में सेक्स हार्मोन, अंडाशय से मुक्त होते हैं। ये सेक्स हार्मोन महिलाओं के मासिक धर्म चक्र और एंडोमेट्रियल के विकास को नियंत्रित करते हैं। 
पुरुषों में ये हार्मोन्स वृषण में उत्पादित होते हैं और शुक्राणु उत्पादन प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 

पुरुष सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन – टेस्टोस्टेरोन (टीएसटी), मुख्य रूप से पुरुष सेक्स हार्मोन है। टीएसटी मुख्य रूप से शुक्राणु (वीर्य) के उत्पादन को उत्तेजित करता है। हालांकि, जब रक्त में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि होती है, तो मस्तिष्क को ल्यूटिनकारी हार्मोन (LH) के स्राव को रोकने के लिए एक संकेत भेजा जाता है, और उसी के बाद टेस्टोस्टेरोन मुक्त होता है। टीएसटी एक प्रकार का स्टेरॉयड हार्मोन है, जो कोलेस्ट्रॉल से बना होता है। अतः टेस्टोस्टेरोन सेक्स हार्मोन के पुरुषों में निम्न महत्वपूर्ण कार्य होते हैं।
पुरुष भ्रूण में प्रजनन प्रणाली (लिंग और वृषण) विकसित करना। 
युवावस्था के दौरान लिंग, अंडकोष (टेस्टिकल्स) और हार्मोन स्राव के विकास को बढ़ावा देना। 
पुरुष सेक्स विशेषताओं जैसे – मांसपेशी द्रव्यमान, अस्थि की सघनता, शरीर के बाल, सेक्स ड्राइव में वृद्धि तथा आवाज परिवर्तन इत्यादि, इन सभी के विकास को बढ़ाना।
 पुरुषों में एक ओर महत्वपूर्ण हार्मोन inhibin (INH) पाया जाता है, इसे सर्टोली कोशिकाओं द्वारा मुक्त किया जाता है। inhibin (INH) का कार्य शुक्राणुजन्य को नियंत्रित करना है। इस हार्मोन्स का कार्य टेस्टोस्टेरोन के विपरीत है।  शुक्राणु उत्पादन में यह हार्मोन FSH के स्तर को कम करने के लिए मस्तिष्क को सिग्नल भेजता है।

महिला सेक्स हार्मोन – फीमेल सेक्स हार्मोन वे हार्मोन हैं, जो युवावस्था के दौरान महिलाओं में माध्यमिक यौन विशेषताओं के लिए उत्तरदायी होते है। इन माध्यमिक यौन विशेषताओं में स्तन वृद्धि, मासिक धर्म, कूल्हों की चौड़ाई (widening of the hips) और त्वचा के संवहनीकरण में वृद्धि शामिल हैं। ये हार्मोन आम तौर पर मादा जननांग में उत्पादित होते हैं। वे महिलाओं में शारीरिक और लैंगिक विकास के साथ-साथ अंडाशय चक्र (ovulation cycle) को भी नियंत्रित करते हैं। महिला में मुख्यतः दो सेक्स हार्मोन, एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन (estrogen and progesterone) होते हैं। यद्यपि टेस्टोस्टेरोन (testosterone) को पुरुष हार्मोन माना जाता है, लेकिन महिलाओं में भी यह हार्मोन बहुत कम मात्रा में उत्पन्न होता है। 

टेस्टेस्टोरॉन के स्तर को बढ़ाने के उपाए :
बदलती लाइफस्टाइल, गलत खानपान और तनाव पुरुषों में सेक्स हार्मोन की कमी का मुख्य कारण है।
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन नामक हार्मोन ही सेक्स की इच्छा को बढ़ाता है। सामान्य तौर पर उम्र बढ़ने के साथ टेस्टोस्टेरॉन के स्तर में गिरावट देखने को मिलती है। हालांकि अब 30 की उम्र के पुरुषों में भी टेस्टोस्टेरॉन के स्तर में गिरावट देखने को मिल रही है। प्रभावित व्यक्ति के अंदर उपस्थित टेस्टोस्टेरॉन का स्तर उसके सामाजिक व्यवहारों को प्रभावित करता है। यह बहुत जरुरी है कि आप टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को हमेशा बनाए रखें, नहीं तो आगे चल कर आपको बहुत सारी परेशानियों को झेलना पड़ सकता है। तो आइये जानते हैं कैसे  सेक्स हार्मोन को  बढ़ाया जा सकता है।

1. दिन की शुरुआत हाई प्रोटीन आहार से करें। इसके लिए आप ब्रेकफास्ट में अंडा, हरी पत्तेदार सब्जी और नट्स ले सकते हैं। कार्बोहाइड्रेट वाले ब्रेकफास्ट टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करते हैं।

2. पुरुषो के कमर की चर्बी जितनी अधिक होती है, टेस्टोस्टेरोन का स्तर उतना कम होता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी एब्स पर थोड़ा काम करें। एब्स के लिए कुछ एक्सरसाइज को अपने रुटीन का हिस्सा बनाएं। एक्सरसाइज से शरीर मजबूत होता और सेक्स पावर भी बढ़ती है।

3. नींद का भी टेस्टोस्टेरॉन की प्रोडक्शन पर प्रभाव पड़ता है | आप कितने घंटे सोते है इसका प्रभाव आपके टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की प्रोडक्शन पर पड़ता है |विशेषज्ञों के अनुसार रात में कम से कम 7-8 घंटों के लिए सोना चाहिए क्योकि शरीर में 70% टेस्टोस्टेरोन निद्रावस्था में उत्पन्न होता है।

4. एक शोध में पाया गया है कि जो पुरुष वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज करते हैं उनके टेस्टोस्टोरोन हार्मोन में 49 प्रतिशत तक वृद्धि हो सकती है। तो एक्सरसाइज में मसल्स के वर्कआउट पर काम करना चाहिए।

5. पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तर को बनाएं रखने के लिए उन खाद्य पदार्थों का सेवन करना बहुत जरुरी है जो आपके शरीर में जिंक और मैग्नीशियम जैसे खनिजों से भरपूर हों।

6. अल्कोहल या किसी भी प्रकार से नशे से पुरुषों में सेक्स हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। अनुसंधानों से यह पता चला है कि नशे का सेवन करने वाले लोगों का शरीर 50% कम टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन करता है।

7. मीठा कम खाएं, क्योंकि शरीर में शर्करा के स्तर के बढ़ने से इंसुलिन का स्तर बढ़ता है। जब आप मीठा खाते हैं तो आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर अपने आप कम हो जाता है। इस हार्मोन के स्रवण और शारीरिक विकास के लिए जितनी हो सके उतनी कम मीठी चीज़े खाएं।


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