मंगलवार, 12 दिसंबर 2017

यीस्ट संक्रमण के कारण , लक्षण और उपचार

यीस्ट संक्रमण के कारण , लक्षण और उपचार 


शरीर की प्रणाली असंतुलित होने पर यीस्‍ट की समस्‍या होती है। इसमें योनि में जलन, खुजली, गाढ़ा सफेद डिस्चार्ज आदि की समस्‍या होने लगती है। लेकिन अपनी कुछ आदतों को बदलकर आप इस समस्‍या से आसानी से छुटकारा पा सकती हैं।
1. यीस्‍ट संक्रमण
शरीर में यीस्‍ट के बहुत अधिक बढ़ जाने से बहुत सी महिलाओं को यीस्‍ट संक्रमण की समस्‍या हो जाती है। आमतौर पर यह तभी होता है जब आपके शरीर की प्रणाली असंतुलित हो जाती है। और आपके शरीर में जीवाणु और यीस्ट का संतुलन बिगाड़ कर यीस्ट को बहुत अधिक बढ़ा देता है। यीस्ट इन्फेक्शन में खुजली और दर्द होता है लेकिन इसका इलाज आसान है और जल्दी ही इससे छुटकारा भी मिल जाता है।
2. यीस्‍ट संक्रमण कैसे होता है ?
आमतौर पर डायबिटीज के मरीजों को हाई ब्लड शुगर की वजह से यीस्ट इन्फेक्शन की समस्या होती है। एचआईवी पॉजिटिव होने पर डॉक्टर द्वारा दी गई एंटीफंगल दवाओं के कारण भी यीस्ट इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा ज्‍यादा चीनी के सेवन व इम्यून सिस्‍टम की कमजोरी के कारण भी यीस्‍ट संक्रमण बढ़ जाता है।
3. यीस्ट संक्रमण के लक्षण क्या हैं ?
योनि या इसके आसपास खुजली, गाढ़ा सफेद डिस्चार्ज, पेशाब करते वक्त या सेक्स के दौरान योनि में जलन और दर्द, योनि  के आस पास की त्वचा का लाल होना, बदबूदार डिस्चार्ज आदि इसके लक्षण है। लेकिन जब यह बहुत अधिक बढ़ जाता है तो इन जगहों पर खुजली और तकलीफदेह लक्षण नजर आने लगते हैं। यीस्ट इन्फेक्शन के बहुत अधिक बढ़ जाने पर इन जगहों पर खुजली और तकलीफदेह लक्षण नजर आने लगते हैं। लेकिन अपनी कुछ आदतों को बदलकर आप इस समस्‍या से आसानी से छुटकारा पा सकती हैं।
4. यीस्‍ट संक्रमण से बचाव
संक्रमण होने पर बिना किसी शर्म या संकोच के फौरन स्त्री रोग विशेषज्ञा से मिलकर इस को को सुनिश्चित करें कि योनि में खुजली या जलन की असली वजह क्या है। क्‍या यह वाक्‍य में यीस्‍ट संक्रमण है।
5. कंडोम का इस्‍तेमाल
यीस्‍ट संक्रमण सेक्‍स संबंध से भी फैल सकता है, इसलिए अगर आप या आपका साथी दोनों में से कोई भी इससे पीड़ित हो तो सेक्‍स के समय बिना हार्मोन वाले गर्भनिरोधक उपायों, जैसे कंडोम, आईयूडी डायाफ्राम विधियों का प्रयोग करें और ओरल सेक्‍स से परहेज करें। इसके अलावा अपने साथी को सेक्‍स से पहले अपने प्राइवेट पार्ट को और हाथों को अ‍च्‍छी तरह धोने के लिए कहें।
6. साफ-सफाई का ध्‍यान रखें
योनि के अंदरूनी और बाहरी हिस्सों को अच्छी तरह धोएं, जहां यीस्ट के पनपने की संभावना सबसे अधिक होती है। शॉवर या स्नान करने के बाद अपनी योनि के आस-पास की जगह को अच्छी तरह सुखाएं। टायलेट के प्रयोग के बाद योनि से गुदा तक अच्छी तरह सुखाएं। ऐसी जगह पर कठोर साबुन, परफ्यूम या टाल्कम पावडर का प्रयोग न करें।


अधिक जानकारी के लिए Dr.B.K.Kashyap से सं
पर्क करें 8004999985

Kashyap Clinic Pvt. Ltd.

Blogger -- https://drbkkashyap.blogspot.in
Google Plus- https://plus.google.com/100888533209734650735



Gmail-dr.b.k.kashyap@gmail.com



Twitter- https://twitter.com/kashyap_dr

Justdial- https://www.justdial.com/Allahabad/Kashyap-Clinic-Pvt-Ltd-Near-High-Court-Pani-Ki-Tanki-Civil-Lines/0532PX532-X532-121217201509-N4V7_BZDET
Lybrate - https://www.lybrate.com/allahabad/doctor/dr-b-k-kashyap-sexologist
Sehat - https://www.sehat.com/dr-bk-kashyap-ayurvedic-doctor-allahabad
Linkdin - https://in.linkedin.com/in/dr-b-k-kashyap-24497780

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

यौन समस्याओं में केगल एक्सरसाइज के फायदे और इसके आयुर्वेदिक समाधान

यौन समस्याओं में केगल एक्सरसाइज के फायदे और इसके आयुर्वेदिक समाधान आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने में पीछे ...