मंगलवार, 18 जून 2024

लिंग में सूजन का होना

                               

लिंग में सूजन का होना

लिंग में सूजन (इन्फेक्शन) होना एक  पेनाइल डिसऑर्डर है, जिसमें लिंग की चमड़ी में संक्रमण के कारण लिंग के ऊपरी हिस्से में सूजन आ जाती है। यह बीमारी किसी भी पुरुष को प्रभावित कर सकती है।
ऐसे पुरुष जिनका खतना नहीं हुआ होता है, उनमें इस बीमारी के पनपने का खतरा अधिक रहता है। इस बीमारी से बचने के लिए अपने लिंग की चमड़ी जिसे हम फोरस्किन के नाम से जानते हैं इसकी देखभाल करनी चाहिए तथा समय-समय पर हल्के गर्म पानी से उसकी सफाई करनी चाहिए।
डॉक्टर का कहना है कि 4 साल से कम उम्र के बच्चों में यह समस्या होने की संभावना अधिक होती है, जो कुछ समय के बाद खुद ही ठीक हो जाती है, लेकिन अगर यही समस्या वयस्क में हो जाए तो इलाज की आवश्यकता पड़ती है।
जो लोग फाइमोसिस से पीड़ित होते हैं, उन्हें यह समस्या होने का खतरा अधिक होता है। क्योंकि फाइमोसिस की स्थिति में लिंग की ऊपरी चमड़ी काफी टाइट हो जाती है, जिसके कारण उसे पीछे हटाने में परेशानी होती है। चमड़ी पीछे न हटने के कारण इंफेक्शन, सूजन, दर्द और जलन होने की संभावना भी बढ़ जाती है।


लिंग में इन्फेक्शन होने के कारण

लिंग की चमड़ी में इन्फेक्शन होने के कई कारण हो सकते हैं। अगर आपको पहले से इन कारणों के बारे में पता हो तो आप कुछ सावधानियां अपनाकर बहुत आसानी से इस बीमारी की रोकथाम कर सकते हैं।

स्मेग्मा – स्मेग्मा (लिंग की चमड़ी के नीचे मौजूद मोटे सफेद पदार्थ) के कारण लिंग की चमड़ी में सूजन हो सकता है। यह एक प्राकृतिक रूप से चिकनाई प्रदान करने वाला पदार्थ है जो लिंग में नमी बनाए रखता है। जिसके कारण लिंग की सफाई नहीं हो पाती है और संक्रमण पैदा हो जाता है।

फंगल इन्फेक्शन – फफुन्दीय संक्रमण भी बैलेनाइटिस के कारणों में से एक है। एक बहुत ही सामान्य प्रकार का जीवाणु बैलेनाइटिस का कारण बन सकता है।

एलर्जी – किसी चीज के प्रति एलर्जी तथा स्किन में जलन होने के कारण लिंग में सूजन हो सकता है। आमतौर यह केमिकल वाले साबुन, शैंम्पू, क्रीम या पाउडर का इस्तेमाल करने से होता है।

त्वचा संबंधी बीमारी – एटॉपिक एक्जिमा या सोरिएसिस जैसी अंडरलाइंग स्किन डिजीज से पीड़ित होने की स्थिति में लिंग की चमड़ी में सूजन होने का खतरा बढ़ जाता है। लाइकेन प्लेनस शरीर को प्रभावित करने वाला एक गैर-संक्रामक और खुजलीवाला चकत्ता है जो लिंग को प्रभावित करता है। लाइकेन स्क्लेरोसस प्राइवेट पार्ट्स में होने वाली एक स्किन डिजीज है जिससे पीड़ित पुरुष को बैलेनाइटिस होने का खतरा होता है।

यौन संक्रमण – योनि संक्रमण से पीड़ित महिला के साथ सेक्स करने से लिंग में सूजन पैदा हो सकता है। यौन संचारित बीमारियां जैसे कि जननांग दाद, क्लैमाइडिया प्रमेह या सिफलिस आदि भी लिंग में सूजन का कारण बन सकते हैं।
लेटेक्स कंडोम – अगर आप सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करते हैं तो आपको बैलेनाइटिस होने की संभावना रहती है क्योंकि कंडोम में प्रयोग होने वाले लेटेक्स से लिंग में जलन पैदा हो सकती है। हालांकि, सेक्स के दौरान सुरक्षा के लिए कंडोम का उपयोग करना बहुत जरूरी है,

जुंस बैलेनाइटिस - एक असामान्य बीमारी है जो मध्यम आयु वर्ग के पुरुषों को सबसे अधिक प्रभावित करती है। इससे पीड़ित होने की स्थिति में लिंग का सिर लाल हो जाता है तथा उसमें सूजन, जलन और खुजली होती है। 

कुंडलाकार बैलेनाइटिस - एक तरह का सोरिएसिस है जो प्रतिक्रियाशील गठिया से पीड़ित पुरुषों को प्रभावित करता है। इसके कारण लिंग की चमड़ी और सिर पर लाली, जलन, सूजन, दर्द और खुजली होता है। जिसकी वजह से पेशाब करने में परेशानी होती है। इन सबके अलावा भी बहुत से ऐसे कारण हैं जिसकी वजह से एक पुरुष के लिंग की चमड़ी में सूजन हो सकता है।



सोमवार, 3 जून 2024

डिप्रेशन से आती है यौन इच्छा की कमी

 


डिप्रेशन से आती है यौन इच्छा की कमी


डिप्रेशन के कारण व्यक्ति का यौन जीवन प्रभावित होता है। संबंधों में मधुरता बनाए रखने के लिए सेक्स बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यौन संबंधों की कमी आपके रिलेशन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। डिप्रेशन के लक्षणों की वजह से व्यक्ति की यौन इच्छा कम हो जाती है।

डिप्रेसन को कुछ आसान उपायों की मदद से दूर किया जा सकता है।


व्यक्ति के यौन संबंध ना बनाने के पीछे के कारण

यौन संबंध ना बनाने के पीछे दो महत्वपूर्ण कारण होते हैं। पहला आपका साथी डिप्रेशन में है और दूसरा डिप्रेशन की वजह से सेक्स ड्राइव की कमी है। अगर आप डिप्रेशन की समस्या से बाहर आ जाते हैं तो आपकी सेक्स ड्राइव खुद-ब-खुद ठीक हो जाती है।


डिप्रेशन के लक्षण


ब्रेन में रासायनिक असंतुलन के कारण डिप्रेशन का शिकार होना पड़ सकता है। हार्मोन संबंधी कारकों की वजह से से भी आपको डिप्रेशन हो सकता है। अन्य बीमारियों के कारण भी डिप्रेशन हो सकता है।

डिप्रेशन के सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:-

1-
हमेशा उदास रहना।

2-
अपनी गतिविधियों में रुचि कम लेना।

3-
किसी बात से निराश हो जाना।

4-
अनिद्रा और थकान के कारण।

5-
चिड़चिड़ापन और चिंता।

6-
बहुत कमजोरी और दर्द होना।

7-
यौन रोग की समस्या।


डिप्रेशन के दौरान सेक्स लाइफ वापस लाने के उपाय


1-अपने साथी से बात करें

अगर आपका साथी डिप्रेशन में है तो इस बारे में अपने साथी से बात करें। अपने साथी से बात करने से आप दोनों के बीच रिश्ता गहरा होगा और इंटिमेसी भी बढ़ेगी। इसके साथ ही यह आपको सेक्स ड्राइव कम होने के गिल्ट को कम करता है। रिश्ता गहरा होने से आपकी इच्छा बढ़ती है। अगर आप रिलेशनशिप में नहीं है तो इस बारे में अपने दोस्त से बात करें।

2-एक्सरसाइज करें

इस समस्या को दूर करने के लिए आप वॉकिंग, स्वीमिंग, या बाइक राइडिंग जैसी एक्सरसाइज कर सकते हैं। एक्सरसाइज करने से आपके दिमाग में केमिकल रिलीज होते हैं और डिप्रेशन के लक्षणों को बढ़ाने वाले केमिकल को कम करते हैं।

3-सेक्सोलोगिस्ट  से बात करें

बहुत से लोगों को यौन समस्या को लेकर प्रोफेशनल से बात करने में शर्मिंदगी महसूस होती है। अगर आप डिप्रेशन से ग्रसित हैं तो इसके लिए आप प्रोफेशनल की मदद ले सकते हैं ताकि इस समस्या का समाधान किया जा सके।

4-मेडिटेशन का अभ्यास करें 

डिप्रेसन को दूर करने के लिए इसके कारण का पता होना जरूरी होता है।मेडिटेशन, दिमाग को शांत रखने और भावात्मक रूप से मजबूत होने में मदद करता है। मेडिटेसन का अभ्यास करने से डिप्रेसन के लक्षण कम होते है। 








शनिवार, 1 जून 2024

नपुंसकता क्या होती है? इसे कैसे दूर करें

                  

नपुंसकता क्या होती है? इसे कैसे दूर करें


नपुंसकता का अर्थ है पुरुष में बाँझपन। जब कोई पुरुष अपनी पत्नी को गर्भवती नहीं कर पाता, तो उसे नपुंसक कहा जाता है।

नपुंसकता के कई कारण हो सकते है

हॉर्मोनल असंतुलन:
टेस्टोस्टेरोन जैसे हॉर्मोन की कमी से नपुंसकता हो सकती है।

धूम्रपान और मदिरापान : धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।

दवाएँ: कुछ दवाएँ जैसे उच्च रक्तदाब की दवाएँ, नपुंसकता का कारण बन सकती हैं।

जीवनशैली: संतुलित आहार और व्यायाम की कमी से यौन स्वास्थ्य प्रभावित होता है।

मानसिक समस्याएं: मानसिक तनाव और चिंता भी नपुंसकता के मुख्य कारण होते हैं।

नपुंसकता के लक्षण

संवेदनहीनता: पुरुष को यौन संवेदना की कमी अनुभव होती है।

सेक्स ड्राइव की कमी : पुरुषों में सेक्स ड्राइव की कमी हो सकती है, जिससे यौन संबंध बनाने में समस्या होती है।

वीर्य की कमी: वीर्य की मात्रा में गिरावट हो सकती है।

तनाव और चिंता: यौन संबंध के समय चिंता और तनाव की भावना होती है।

स्तन में बदलाव: स्तन की सूजन या दर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं।

नपुंसकता को दूर करने के उपाय क्या-क्या है


हॉर्मोनल उपचार: टेस्टोस्टेरोन की स्तर को सही करना ।

शल्य चिकित्सा: जैसे कि वृषण में सूजन, नसों का बंद होना आदि का उपचार करना ।

नपुंसकता दूर करने के उपाय:



जीवनशैली में बदलाव: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और सही जीवनशैली अपनाने से नपुंसकता से बचाव होता है।

धूम्रपान और मदिरा से परहेज:
धूम्रपान और शराब का सेवन कम करने से नपुंसकता पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

स्ट्रेस राहित जीवन: योग और ध्यान से मानसिक संतुलन बनाया जा सकता है।

हर्बल उपचार: कुछ हर्बल उपचार भी नपुंसकता के उपचार में सहायक होते हैं।

डॉक्टर से सलाह: समस्या ज्यादा होने पर डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा है।









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