बांझपन या ( infertility) की समस्या किन कारणों से पाया जाता है
एक आदमी या पुरुष के लिए सबसे बड़ी ख़ुशी में से एक दुसरे जीवन को धरती पर लाना है मगर कई पुरुष समय से पहले अपनी पौरुष या बच्चे पैदा करने कि क्षमता खो कर अपनी ख़ुशी को लुटवा चुके होते है | हमारे कुछ आदतो का दुष्परिणाम हमारी इस क्षमता के लिए बहुत हानिकारक और नुक्सानदेह है क्यूंकि कोई भी आदमी (Infertility) या बांझपन की समस्या से वास्तव में बचा हुआ नहीं है इसलिए यह बहुत जरुरी है कि हम इसके कारण और निदान को जाने |
अपनी पॉकेट में सेलफोन रखना
यूनिवर्सिटी ऑफ़ एक्सेटर के एक रिसर्च के अनुसार सेलफोन जब आप अपने पॉकेट या जेब में रखते है तो सेलफोन के रेडिएशन का बुरा असर आपके स्पर्म की गुणवता और गति पर पड़ता है| सेलफोन के रेडिएशन के कारण स्पर्म की गतिशीलता 8% तक कम हो जाती है और स्पर्म की जीवन क्षमता 9% से इसलिए यह कोशिश करे कि सेलफोन को अपने जेब या पॉकेट में कम से कम रखे |
शराब का अत्यधिक सेवन
शराब या अल्कोहल शरीर को जस्ता या zinc अवशोषित करने की क्षमता कम कर देता है जो स्वस्थ स्पर्म के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व है | अल्कोहल जर्म कोशिकाओं में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन और म्यूटेशन कम कर देता है और जिसका सीधा असर स्पर्म काउंट पर पड़ता है | यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है की अल्कोहल या शराब की कितनी मात्रा नुकसानदायक है मगर हमारी राय है की शराब या अल्कोहल के सेवन से जितनी दूर रहा जाय , उतना स्पर्म के स्वास्थ्य के लिए वो सही है |
कैफीन की खपत अधिक
हमारी आदत जिसका सबसे बुरा असर हमारे पौरुष पर पड़ता है है वो है कैफीन का अध्यधिक सेवन| कैफीन चाय और कॉफ़ी में अल्प मात्रा में और अध्याधिक मात्रा में सिगरेट, सिगार और शीशा में पाया जाता है| किसी भी रूप में 300 mg कैफीन का सेवन स्पर्म काउंट और उसकी गतिशीलता को कम कर देता है| शोधकर्ताओं ने पाया है कि एक दिन में 20 सिगरेट का सेवन 50% स्पर्म को मार देता है| 2 कप कॉफ़ी, छह कप चाय और caffeinated कोला का सेवन प्रतिदिन करने से स्पर्म काउंट और उसकी गतिशीलता पर बुरा असर डालता है |
अत्यधिक गर्मी
यह सबको पता है कि हमारे अंडकोष ,शरीर के तापमान से 2 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान पर ज्यादा अच्छे ढंग से काम करता है और स्पर्म का स्वस्थ्य स्पर्म का निर्माण करता है और यही कारण है कि वृषण अंडकोषीय थैली में जन्म के समय में उतरता है और जब अंडकोष का तापमान शरीर के तापमान के बराबर या ज्यादा हो जाता है तो अंडकोष के स्पर्म की निर्माण कि क्षमता पर बहुत असर पड़ता है|
मानसिक तनाव
यह अभी तक विवादास्पद है कि तनाव और डिप्रेशन के कारण इनफर्टिलिटी होती है मगर शोधकर्ताओ ने यह साबित किया है डिप्रेशन और तनाव के दौरान हाईपोथेलेमिक पिट्यूटरी – एड्रिनल धुरी बाधित होती है और थाइरोइड शिथिलता के कारण सेक्स करने की चाहत में कमी आती है तो बाद में इनफर्टिलिटी का कारण बनती है |
टाइट जीन्स पहनना या बहुत टाइट ( Undergarments ) पहनना
नए दौर का फैशन, टाइट जीन्स पहनना , का भी बुरा असर पुरुष में इनफर्टिलिटी का कारण बन कर आया है| यह अंडकोष के क्षेत्र में गर्मी का अधिक उत्पादन तो करता है ही करता है और साथ ही साथ जननांग पथ सूजन और रक्त के संचार को भी रोकता है और इसका सीधा असर पुरुष के पौरुष पर पड़ता है |
मोटापा
मोटापे के कारण हाइपोथेलेमस से हार्मोन जारी होने वाले हॉर्मोन गोनाडोट्रोपिन के निर्माण में कमी आ जाती है और किसके कारण पुरुष में हायपोगोनादिस्म( Hypogonadism ) की स्थिति आ जाती है और फलस्वरूप अंडकोष अपनी कार्यक्षमता पूरी तरह से खो सकता है और आदमी पूरी तरह से नपुंशक बन सकता है |
लम्बे समय तक बैठे रहना
लम्बे समय तक बैठे रहने के कारण पेल्विक क्षेत्र में रक्त के सप्लाई में कमी आ जाती है और फलस्वरुप जनन अंग में जरुरत के अनुसार रक्त या ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है और रक्त या ऑक्सीजन की कमी के कारण कोशिकाए गलने लगती है इसलिए एक्सपर्ट यह suggest करते है की हमे कम से कम 45 मिनट तक प्रतिदिन लगातार खड़े रहना चाहिए या कम से कम 30 मिनट के लिए व्यायाम करना चाहिए |
अधिक जानकारी के लिए Dr.B.K.Kashyap से सं
पर्क करें 8004999985
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एक आदमी या पुरुष के लिए सबसे बड़ी ख़ुशी में से एक दुसरे जीवन को धरती पर लाना है मगर कई पुरुष समय से पहले अपनी पौरुष या बच्चे पैदा करने कि क्षमता खो कर अपनी ख़ुशी को लुटवा चुके होते है | हमारे कुछ आदतो का दुष्परिणाम हमारी इस क्षमता के लिए बहुत हानिकारक और नुक्सानदेह है क्यूंकि कोई भी आदमी (Infertility) या बांझपन की समस्या से वास्तव में बचा हुआ नहीं है इसलिए यह बहुत जरुरी है कि हम इसके कारण और निदान को जाने |
अपनी पॉकेट में सेलफोन रखना
यूनिवर्सिटी ऑफ़ एक्सेटर के एक रिसर्च के अनुसार सेलफोन जब आप अपने पॉकेट या जेब में रखते है तो सेलफोन के रेडिएशन का बुरा असर आपके स्पर्म की गुणवता और गति पर पड़ता है| सेलफोन के रेडिएशन के कारण स्पर्म की गतिशीलता 8% तक कम हो जाती है और स्पर्म की जीवन क्षमता 9% से इसलिए यह कोशिश करे कि सेलफोन को अपने जेब या पॉकेट में कम से कम रखे |
शराब का अत्यधिक सेवन
शराब या अल्कोहल शरीर को जस्ता या zinc अवशोषित करने की क्षमता कम कर देता है जो स्वस्थ स्पर्म के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व है | अल्कोहल जर्म कोशिकाओं में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन और म्यूटेशन कम कर देता है और जिसका सीधा असर स्पर्म काउंट पर पड़ता है | यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है की अल्कोहल या शराब की कितनी मात्रा नुकसानदायक है मगर हमारी राय है की शराब या अल्कोहल के सेवन से जितनी दूर रहा जाय , उतना स्पर्म के स्वास्थ्य के लिए वो सही है |
कैफीन की खपत अधिक
हमारी आदत जिसका सबसे बुरा असर हमारे पौरुष पर पड़ता है है वो है कैफीन का अध्यधिक सेवन| कैफीन चाय और कॉफ़ी में अल्प मात्रा में और अध्याधिक मात्रा में सिगरेट, सिगार और शीशा में पाया जाता है| किसी भी रूप में 300 mg कैफीन का सेवन स्पर्म काउंट और उसकी गतिशीलता को कम कर देता है| शोधकर्ताओं ने पाया है कि एक दिन में 20 सिगरेट का सेवन 50% स्पर्म को मार देता है| 2 कप कॉफ़ी, छह कप चाय और caffeinated कोला का सेवन प्रतिदिन करने से स्पर्म काउंट और उसकी गतिशीलता पर बुरा असर डालता है |
अत्यधिक गर्मी
यह सबको पता है कि हमारे अंडकोष ,शरीर के तापमान से 2 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान पर ज्यादा अच्छे ढंग से काम करता है और स्पर्म का स्वस्थ्य स्पर्म का निर्माण करता है और यही कारण है कि वृषण अंडकोषीय थैली में जन्म के समय में उतरता है और जब अंडकोष का तापमान शरीर के तापमान के बराबर या ज्यादा हो जाता है तो अंडकोष के स्पर्म की निर्माण कि क्षमता पर बहुत असर पड़ता है|
मानसिक तनाव
यह अभी तक विवादास्पद है कि तनाव और डिप्रेशन के कारण इनफर्टिलिटी होती है मगर शोधकर्ताओ ने यह साबित किया है डिप्रेशन और तनाव के दौरान हाईपोथेलेमिक पिट्यूटरी – एड्रिनल धुरी बाधित होती है और थाइरोइड शिथिलता के कारण सेक्स करने की चाहत में कमी आती है तो बाद में इनफर्टिलिटी का कारण बनती है |
टाइट जीन्स पहनना या बहुत टाइट ( Undergarments ) पहनना
नए दौर का फैशन, टाइट जीन्स पहनना , का भी बुरा असर पुरुष में इनफर्टिलिटी का कारण बन कर आया है| यह अंडकोष के क्षेत्र में गर्मी का अधिक उत्पादन तो करता है ही करता है और साथ ही साथ जननांग पथ सूजन और रक्त के संचार को भी रोकता है और इसका सीधा असर पुरुष के पौरुष पर पड़ता है |
मोटापा
मोटापे के कारण हाइपोथेलेमस से हार्मोन जारी होने वाले हॉर्मोन गोनाडोट्रोपिन के निर्माण में कमी आ जाती है और किसके कारण पुरुष में हायपोगोनादिस्म( Hypogonadism ) की स्थिति आ जाती है और फलस्वरूप अंडकोष अपनी कार्यक्षमता पूरी तरह से खो सकता है और आदमी पूरी तरह से नपुंशक बन सकता है |
लम्बे समय तक बैठे रहना
लम्बे समय तक बैठे रहने के कारण पेल्विक क्षेत्र में रक्त के सप्लाई में कमी आ जाती है और फलस्वरुप जनन अंग में जरुरत के अनुसार रक्त या ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है और रक्त या ऑक्सीजन की कमी के कारण कोशिकाए गलने लगती है इसलिए एक्सपर्ट यह suggest करते है की हमे कम से कम 45 मिनट तक प्रतिदिन लगातार खड़े रहना चाहिए या कम से कम 30 मिनट के लिए व्यायाम करना चाहिए |
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