रविवार, 26 मार्च 2017

क्‍या है इरेक्टाइल डिसफंक्शन की खास वजह आइये जानते है डॉ. बी.के.कश्यप से

क्‍या है इरेक्टाइल डिसफंक्शन की खास वजह आइये जानते है डॉ. बी.के.कश्यप से 




पुरुषों के लिये इरेक्‍टाइल डिसफंक्‍शन होना एक तनाव में डाल देने वाली स्‍थति होती है। बेडरूम में घुसते ही अगर आप इस बात को सोंच कर तनाव में आ जाते हैं कि क्‍या आज आप अपनी पार्टनर को खुशी दे पाएंगे तो समझिये कि जल्‍द ही आपको किसी डॉक्‍टर की सलाह लेनी चाहिये।  संतोषजनक संभोग के लिए लगातार पर्याप्त इरेक्शन न होने को इरेक्टल डिस्फंगक्शन कहा जाता है। अगर यह एक या दो बार हो तो इतनी चिंताजनक बात नहीं है, लेकिन अगर यह रोज ही होने लगे तो आपको सचेत हो जाना चाहिये।  इस बीमारी के कई कारण हो सकते हैं। जैसे मानसिक दबाव और अवसाद, शराब/ड्रग का नशा, धुम्रपान, मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग, पेनिस में रक्त का प्रवाह कम होना या उच्च रक्त चाप आदि। इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण जानना बहुत जरुरी है, तभी आप खुद को बिस्‍तर पर पूरी तरह से आत्‍मविश्‍वास से भरा पाएंगे। वैसे इरेक्टाइल डिसफंक्शन के प्राकृतिक उपचार भी हैं लेकिन आज हम आपको इसके कारणों से रूबरू करवाएंगे। तो ज़रा ध्‍यान से पढियेगा....
 धूम्रपान
 धूम्रपान, इसका सबसे बड़ा कारण है। इससे शरीर में ठीक तरह से ब्‍लड सर्कुलेशन नहीं होता। जिसकी वजह से आप बेड पर ठीक तरह से परफॉर्म नहीं कर पाते। 
एक्‍सिडेंट 
यदि किसी प्रकार की दुर्घटना से धमनियों या नसों को नुकसान पहुंचने की वजह से प्राइवेट पार्ट तक खून का प्रवाह सही तरीके ना हो तो, भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन हो सकता है। 
दवाइयां
 ऐसी दवाइयां जो हाई बीपी या तनाव दूर करने के लिये खाई जाती हैं, वह आपकी बेड लाइफ के लिये अच्‍छी नहीं मानी जाती। 
तनाव 
डिप्रेशन, एक्‍जाइटी या स्‍ट्रेस आदि पुरुषो के लिये खतरनाक माने जाते हैं। यह धीरे धीरे बीमारी फैलाते हैं इसलिये इन्‍हें दूर करने के लिये व्‍यायाम और मेडिटेशन करें। 
शराब 
ज्‍यादा शराब पीने की वजह से खून की धमनियो में खून का दौरा कम होता है जिससे लिंग तक खून की सप्‍लाई उतनी नहीं हो पाती जितनी होनी जरुरी है। ऐसे में इंसान नपुंसक हो जाता है। 
मोटापा 
इससे डायरेक्‍ट असर लिंग पर पड़ता है और मेल हार्मोन का प्रॉडक्‍शन धीमा पड़ जाता है। इसलिये दिन में करीबन 45 मिनट जरुर व्‍यायाम करें और मोटापा घटा कर ब्‍लड सर्कुलेशन बढाएं।
 हाई कोलेस्‍ट्रॉल 
जब धमनियां पूरी तरह से ब्‍लॉक हो जाएंगी तो खून की सप्‍पलाई भी धीमी पड़ जाएगी। जिससे प्राइवेट पार्ट पर असर पड़ने लगेगा। 
उम्र बढ़ना भी एक कारण 
उम्र बढ़ने के साथ ही यौन इच्छा में कमी होने लगती है। जो पुरुष सहवास करने की इच्‍छा नहीं रखते या फिर जिन्‍हें उत्‍तेजना ही नहीं होती, वे नपुंसक होते हैं। वहीं दूसरी ओर जो पुरुष उत्‍तेजित होते हैं लेकिन घबराहट के कारण जल्‍दी ही शांत हो जाते हैं, वे आंशिक नपुंसक होते हैं। 
मधुमेह 
स्‍वस्‍थ खून की धमनियां, टेस्टोस्टेरोन का स्तर, स्वस्थ तंत्रिकाओं और अच्‍छे मूड के होने से ही यौन सुख प्राप्‍त होता है। लेनिक मधुमेह के कारण से खून की धमनियों और तंत्रिकाओं पर बुरा असर पड़ता है, जिससे यह समस्‍या पैदा होती है। 
अथेरोस्क्लेरोसिस 
जब धमनियां ब्‍लॉक हो जाती हैं और खून की सप्‍पलाई शरीर के जरुरी भागों में ठीक तरह से नहीं पहुंच पाती तो काम बंद होने लगते हैं। यह चीज़ प्राइवेट पार्ट के लिये भी लागू होता है।

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