शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2014

सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए शादी से पहले सेक्स का ज्ञान ज़रूरी
----- स्त्री और पुरुष जब आपस में विवाह करते हैं तो उनके लिए सबसे पहली बात है शारीरिक संबंधों के बारे में पूरी तरह से जानकारी होना. इसको इस तरह से भी कहा जा सकता है कि भूख का लगना एक स्वाभाविक और प्राकृतिक प्रक्रिया है. भूख दो प्रकार की होती है- पहली पेट की भूख और दूसरी शरीर की भूख. पेट की भूख तो बच्चे को जन्म लेते ही लगने लगती है लेकिन शरीर की भूख युवावस्था के बाद लगती है. पेट की भूख को शांत करने के लिए तो प्रकृति ने भोजन की व्यवस्था की है लेकिन शरीर की भूख को शांत करने के लिए समाज द्वारा विवाह की स्थापना की है. विवाह के बाद शरीर की भूख को शांत करने के लिए पत्नी मौजूद रहती है जिसे हर तरह की मान्यता प्राप्त होती है-

1. अपने दाम्पत्य जीवन को सुखी बनाने के लिए पति-पत्नी को सेक्स क्रिया का ज्ञान होना जरूरी है क्योंकि इसके ज्ञान के बिना दाम्पत्य जीवन का सुख अधूरा होता है.

2. सेक्स क्रिया करना दाम्पत्य जीवन में इसलिए जरूरी होता है क्योंकि इससे पति-पत्नी का आपसी संबंध गहरा होता है और वे एक-दूसरे को ठीक प्रकार से जान पाते हैं.

3. जब लड़की अपनी युवावस्था में पहुंचती है, तभी उसकी मां या सहेली, बड़ी बहन तथा कोई भी जानकार स्त्री को उसे सेक्स के बारे में शिक्षा देनी चाहिए ताकि वह शादी के बाद अपना जीवन सुखपूर्वक जी सके.

4. लड़की को शादी से पहले ही सेक्स का ज्ञान देना जरूरी इसलिए होता है क्योंकि हरेक पुरुष चाहता है कि उसकी पत्नी उसे सेक्स का सुख ठीक प्रकार से दे.

5. आजकल बहुत से स्त्री-पुरुष यह सोचते हैं कि सेक्स केवल शारीरिक जरूरत है जबकि ऐसा नहीं है क्योंकि सेक्स क्रिया के दौरान स्त्री-पुरुष खुलकर आपस में मिलते हैं तथा अपने अंदर के प्यार को एक-दूसरे पर लुटाने लगते हैं, इससे उनका प्यार गहरा हो जाता है. इसलिए कहा जा सकता है कि सेक्स के बिना दाम्पत्य जीवन अधूरा होता है.

6. कभी-कभी तो यह भी देखा गया है कि पति-पत्नी के दाम्पत्य जीवन के संबंध में पुराने-रीतिरिवाज के चक्कर से दरार पड़ने लगता है. अतः पति-पत्नी को कोई भी ऐसे रीतिरिवाज नहीं अपनाना चाहिए, जिससे आपसी संबंध में खटास उत्पन्न हो. उदाहारण के लिए बहुत से पति-पत्नी तो ऐसे होते हैं जो अपने परिवार वालों के कारण से कही बाहर एक-दूसरे के साथ नहीं जा पाते और इसके लिए पति-पत्नी का आपस में कलह होता रहता है.

7. पति-पत्नी को अपने डिप्रेशन तथा चिड़चिड़ेपन को दूर करके के लिए तथा अपने दाम्पत्य जीवन को अधिक गहरा बनाने के लिए एक-दूसरे पर भरोसा करना चाहिए.

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