शुक्रवार, 3 जनवरी 2025

टाइमिंग बढ़ाने का सटीक ईलाज : Dr. B.K. Kashyap (Sexologist)


                       

                                 टाइमिंग बढ़ाने का सटीक ईलाज


शीघ्रपतन: समस्या और आयुर्वेदिक समाधान

शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) आज के समय में एक आम समस्या बन गई है, जो पुरुषों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। यह स्थिति तब होती है जब पुरुष संभोग के दौरान अपने स्खलन को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं और अपेक्षित समय से पहले स्खलन हो जाता है। यह समस्या न केवल व्यक्ति के आत्मविश्वास को कमजोर करती है, बल्कि दांपत्य जीवन में तनाव और असंतोष का कारण भी बन सकती है।

शीघ्रपतन के कारण

शीघ्रपतन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शारीरिक और मानसिक दोनों पहलू शामिल हैं:

1.        मानसिक तनाव: अत्यधिक चिंता, तनाव, या डिप्रेशन शीघ्रपतन का मुख्य कारण हो सकते हैं।

2.        हार्मोनल असंतुलन: टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी या अन्य हार्मोनल समस्याएं इस स्थिति को उत्पन्न कर सकती हैं।

3.        अत्यधिक हस्तमैथुन: युवावस्था में अत्यधिक हस्तमैथुन करने से यह समस्या हो सकती है।

4.        शारीरिक समस्याएं: मधुमेह, उच्च रक्तचाप, या न्यूरोलॉजिकल विकार भी शीघ्रपतन का कारण बन सकते हैं।

शीघ्रपतन के आयुर्वेदिक समाधान

आयुर्वेद में शीघ्रपतन के समाधान के लिए कई प्रभावी उपाय और जड़ी-बूटियां बताई गई हैं। यह उपचार न केवल प्राकृतिक हैं, बल्कि शरीर पर किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव से भी मुक्त हैं।

1.        अश्वगंधा (Ashwagandha): अश्वगंधा एक अद्भुत आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो शरीर को तनावमुक्त करने और सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करती है। यह यौन स्वास्थ्य को सुधारने और शीघ्रपतन को नियंत्रित करने में सहायक है।

उपयोग: 1-2 ग्राम अश्वगंधा पाउडर को गर्म दूध के साथ रात में सेवन करें।

2.        शिलाजीत (Shilajit): शिलाजीत को पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ाने के लिए जाना जाता है। यह शरीर की थकावट को कम करता है और यौन शक्ति को पुनर्जीवित करता है।

उपयोग: 300-500 मिलीग्राम शिलाजीत को दूध या गर्म पानी के साथ दिन में एक बार लें।

3.        सफेद मूसली (Safed Musli): यह प्राकृतिक जड़ी-बूटी शीघ्रपतन के उपचार में अत्यधिक प्रभावी है। यह शरीर की ताकत बढ़ाने और यौन प्रदर्शन को सुधारने में मदद करती है।

उपयोग: सफेद मूसली पाउडर को दूध के साथ मिलाकर रात में सेवन करें।

4.        त्रिफला (Triphala): त्रिफला का नियमित सेवन पाचन को सुधारता है और शरीर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। यह यौन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।

उपयोग: 1 चम्मच त्रिफला पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाकर सोने से पहले लें।

5.        योग और प्राणायाम: आयुर्वेदिक उपचार के साथ-साथ योग और प्राणायाम शीघ्रपतन के लिए बेहद प्रभावी हैं। यह न केवल मानसिक तनाव को कम करते हैं, बल्कि यौन प्रदर्शन को भी सुधारते हैं।

उपयोगी आसन: भुजंगासन, पश्चिमोत्तानासन, और मलासन।

अन्य सुझाव

  • संतुलित आहार: अपने आहार में फलों, सब्जियों, और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
  • तनाव कम करें: मेडिटेशन और ध्यान का अभ्यास करें।
  • अत्यधिक उत्तेजना से बचें: उत्तेजक सामग्री से दूरी बनाएं।
  • नियमित व्यायाम करें: यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।

निष्कर्ष

शीघ्रपतन एक सामान्य समस्या है जिसे सही उपचार और जीवनशैली में बदलाव के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है। आयुर्वेदिक उपचार, योग, और संतुलित आहार के माध्यम से इसे प्रभावी रूप से प्रबंधित किया जा सकता है। यदि समस्या गंभीर हो, तो किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।



टाइमिंग बढ़ाने का सटीक ईलाज : Dr. B.K. Kashyap (Sexologist)

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