यौन रोगों से कैसे बचा जा सकता है
यौन रोग रोकने का पहला कदम, ये समझना है कि यौन रोग कैसे फैलते हैं।शरीर के तरल पदार्थों जैसे सीमन, योनि या गुदा के पानी से होने वाले यौन रोग, इसमें क्लेमेडिया और गोनोरिया शामिल है। जिसे रोकने के लिए कंडोम और डेंटल डैम एक कारगर उपाय हैं। त्वचा से फैलने वाले यौन रोगों को भी कंडोम या डेंटल डैम पहन कर रोका जा सकता है, भले उसमें मुंह का इस्तेमाल हो, जैसे रिमिंग।
यदि आप कंडोम का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो ल्युब का इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा में होने वाले छोटे-मोटे छिलन (जो यौन रोग का खतरा बढ़ा सकते हैं) से आप बच सकते हैं। कुछ यौन रोग जैसे “हेपेटाइटिस ए” और “एचपीवी” को आप वैक्सीन लेकर उनके सम्पर्क में आने से पहले ही बच सकते हैं।
यदि आपको एचआईवी नहीं है तो इससे बचने के कई कारगर उपाय हैं। PrEP एक रोज़ लेने वाली दवा है जिसके इस्तेमाल से आप “एचआईवी” के इंफ़ेक्शन से बच सकते हैं। यदि आपको ऐसा लगता कि आप एचआईवी के सम्पर्क में आ चुके हैं तो आप 72 घंटों के भीतर PEP लेकर इसे रोक सकते हैं। PrEP और PEP केवल एचआईवी से बचाव करते हैं और यौन रोगों से नहीं।
हमेशा की तरह, आप कैसे भी सेक्स करें, हर 3 या 6 महीने में अपने यौन रोगों की जाँच आपको आपके यौन रोग की स्थिति के बारे में जागरूक रख सकती है।
यौन संबंधित रोगों से बचाव के तरीके
* सेक्सुअल रिलेशन बनाने के दौरान कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें।
* फिजिकल रिलेशन बनाने के पहले और बाद में जननांगों को जरूर धोएं।
* बुखार, वायरल, किसी इंफेक्शन से ग्रस्त होने पर और पीरियड के दौरान सेक्स करने से बचें। अन्यथा आपका पार्टनर हेल्थ प्रॉब्लम की समस्या में फंस सकता है।
* अजनबियों के साथ सेक्सुअल रिलेशन बनाने से बचें।
* सिर्फ अपने पार्टनर के साथ सेक्सुअल रिलेशन बनाएं। यह सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के खतरे को कम करता है।
* किसी अन्य का टॉवल या अंडरगार्मेंट शेयर न करें।
* अपना रेगुलर टेस्ट करवाएं ताकि आप किसी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज से संक्रमित है या नहीं, इसके बारे में पता लगाया जा सके।
* हेपेटाइटिस-बी का वैक्सिन लगवाएं।
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन से संक्रमित होने पर क्या करें
अगर टेस्ट करवाने पर आप एसटीआई या एसटीडी पॉजिटिव निकलते हैं, तो आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है।
* सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन से संक्रमित होने पर एहतियात के तौर पर अपने पार्टनर का टेस्ट भी जरूर करवाएं।
* तब तक सेक्स करने से दूर रहें, जब तक आप पूरी तरह स्वस्थ न हो जाएं।
* डॉक्टर के निर्देशों का गंभीरता से पालन करें।
* सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें।
* समय-समय पर अपना टेस्ट करवाते रहें ताकि इसका पता चल सके कि एसटीडी कितना कंट्रोल हुआ है या ठीक हुआ है।
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