सोमवार, 21 दिसंबर 2020




अश्वगंधा पुरुषों और महिलाओं के यौन स्वास्थ्य के लिए उपयोगी हर्ब्स-
 

अश्वगंधा प्राचीन जड़ी बूटियों में से एक है जो यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह ना केवल प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने में मदद करता है बल्कि आपके शरीर को प्राकृतिक तरीकों से मजबूत करने में भी मदद करता है।

अश्वगंधा सबसे अच्छी जड़ी बूटियों में से एक है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों के सेक्सुअल लाइफ और सेक्सुअल ड्राइव को बढ़ावा देने में मदद करता है। अश्वगंधा महिलाओं की फर्टिलिटी को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।

लोगों में सेक्सुअल ड्राइव कम हो जाने की वजह से उनकी चिंता बढ़ जाती है। लोग इस समस्या से निपटने के लिए अलग-अलग दवाइयां या उपचार करने की कोशिश करते हैं। हालांकि अपने यौन जीवन को बढ़ावा देने के प्राकृतिक तरीकों को अपनाना सबसे बेहतर विकल्प होता है। अश्वगंधा यौन संबंधों कम रूची होने वाले लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प है। यहां तक कि डॉक्टर भी यौन स्वास्थ्य की समस्या से ग्रसित लोगों को अश्वगंधा का सेवन करने की सुझाव देते हैं। आइए जानते हैं अश्वगंधा की मदद से यौन स्वास्थ्य को कैसे बेहतर किया जाता है।


यह तनाव को कम करने में मदद करता है:

तनाव यौन स्वास्थ्य की कमी के प्रमुख कारणों में से एक है। अश्वगंधा शरीर से तनाव को कम करने में मदद करता है। जब बहुत अधिक तनाव होता है तो उच्च स्तर के रक्तचाप के शिकार हो जाते हैं और इस वजह से उनकी फर्टिलिटि प्रभावित हो जाती है। इस प्रकार अश्वगंधा यौन स्वास्थ्य को बचाने में मदद करता है, जिससे यह एड्रेनल ग्लैंड को मजबूत बनाता है। यह ग्लैंड शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को कम करते हैं।

पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में मदद करता है:

अश्वगंधा पुरुषों की शरीर में कामेच्छा को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह शरीर में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाता है। अध्ययन के मुताबिक, पुरुषों के शरीर में कामुकता और शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए आश्वगंधा सबसे अच्छा विकल्प होता है। 

टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है:

अश्वगंधा का उपभोग कामुकता को बेहतर बनाने के लिए सबसे अच्छा उपाय होता है। यह पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को भी बढ़ाने में मदद करता है। जैसे-जैसे हम बूढ़े होते हैं शरीर में टेस्टोस्टेरोन बूंदों का गठन होता है जिसमें बाल झड़ने लगते हैं, मांसपेशियां कमजोर होने लगती है और यौन संबंध बनाने में रूची कम होने लगती है। अश्वगंधा पुरुषों में हार्मोन के संतुलन को बनाएं रखने में मदद करता है। यह पुरुषों में बांझपन की समस्या को कम करने में भी मदद करता है।

सेक्स ड्राइव को बढ़ावा देने में मदद करता है:

अश्वगंधा सबसे आम और शक्तिशाली एफ्रोडीसियाक प्रोडक्ट्स में से एक है। यह शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड को बढ़ावा देने में मदद करता है और रक्त वाहिकाओं के जरिए पूरे शरीर में खून के प्रभाव को बेहतर करने में मदद करता है। जब आपके जननांगों को पर्याप्त रक्त की आपूर्ति मिलती है तो वो स्वस्थ रहते हैं और यौन संबंध रखने की इच्छा पैदा करते हैं। यह पुरुषों में कामेच्छा को बढ़ावा देने और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या से लड़ने में भी मदद करता है।



शुक्रवार, 4 दिसंबर 2020





लहसुन खाने के फायदों के साथ ही साइड इफेक्ट भी हैं। तो जान लें लहसुन खाने की सही मात्रा:

भारतीय घरों में यूज होने वाले विभिन्न तरह के मसाले और जड़ी-बूटी (Spices & Herbs) टेस्ट को और बढ़ा देते हैं।वो तेजपत्ता (Bay leaf) हो, अदरक (Ginger) हो या दालचीनी (Cinnamon) हो। लहसुन भी इसी तरह की जड़ी बूटी (Herb) है। यह सेहत के लिए फायदेमंद होने के साथ ही खाने के स्वाद को भी बढ़ाता है।
लोग दवा के रूप में भी और सेक्शुअल हेल्थ के लिए भी लहसुन का सेवन करते हैं। 
इम्यूनिटी बढ़ाने (Boost immunity) के लिए भी लहसुन का सेवन करने के लिए कहा जाता है।

लहसुन खाने से होते हैं कई कमाल के फायदे  : 


· लहसुन ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में फायदेमंद है ।

· लहसुन वजन घटाने में भी लाभदायक है।

· उम्र बढ़ाने और स्वस्थ रहने में भी असरदार है ।

· शरीर को डिटॉक्स करने में भी कारगर है लहसुन ।

· लहसुन से कोलेस्ट्रॉल भी हो सकता है कंट्रोल।


आखिर क्यों दी जाती है खाली पेट लहसुन खाने की सलाह?

· लहसुन में शरीर के विषाक्त पदार्थों को साफ करने का गुण होता है। साथ ही ये पेट में मौजूद बैक्टीरिया को भी दूर करने में मददगार होता है। खासतौर पर जब इसे खाली पेट खाया जाए. कई रिपोर्ट में कहा गया है कि खाली पेट लहसुन का सेवन करने से नसों में झनझनाहट की समस्या दूर हो जाती है

लेकिन लहसुन खाने के फायदों के साथ ही लहसुन खाने के नुकसान / साइड इफेक्ट भी हैं।

अधिक लहसुन खाने से कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। कच्चा लहसुन खाने या लहसुन का अधिक सेवन करने से शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। निर्धारित मात्रा में लहसुन खाने से आप किसी भी प्रकार की परेशानी से बचे रहेंगे।


कच्चा या अधिक लहसुन खाने के नुकसान:

· लिवर को नुकसान पहुंचाता है।

· दस्त का कारण बन सकता है।

· मितली, उल्टी और पेट में जलन।

· ब्लीडिंग का कारण बन सकता है।

· चक्कर आने का कारण बनता है।

· अधिक पसीना निकलता है।

· अन्य नुकसान 

1. लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है :

लिवर शरीर का सबसे अहम अंग है। यह ब्लड प्यूरिफिकेशन, फैट मेटाबॉलिज्म, प्रोटीन मेटाबॉलिज्म और शरीर से अमोनिया को हटाने जैसे जरूरी काम करता है।यदि कोई लहसुन का अधिक सेवन करता है तो लिवर को नुकसान पहुंच सकता है।

कच्चे लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट क्षमता अधिक होती है। इसके अधिक सेवन से लिवर में टॉक्सिसिटी (Liver toxicity) हो सकती है।

स्टडी के मुताबिक शरीर के वजन का 0.5 ग्राम प्रति किलोग्राम से अधिक लहसुन खाने से लिवर को होने वाला नुकसान ज्यादा हो सकता है।

2. दस्त का कारण बन सकता है :

रिसर्च से सामने आया कि खाली पेट लहसुन का सेवन करने से दस्त लग सकते हैं। इसका कारण यह है कि लहसुन में सल्फर (sulfur) बनाने वाले यौगिक पाए जाते हैं। ये दस्त को ट्रिगर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।


3. मितली, उल्टी और पेट में जलन :

खाली पेट लहसुन का सेवन करने से पेट में जलन, मितली और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

लहसुन में कुछ कंपाउंड होते हैं, जो जीईआरडी) (gastroesophageal reflux disease) पैदा कर सकते हैं।


4. ब्लीडिंग का कारण :

लहसुन ऐसा नेचुरल हर्ब है, जो प्राकृतिक रूप से ब्लड को पतला (Natural blood thinner) करता है। इसलिए यदि इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो ब्लीडिंग की आशंका बढ़ जाती है।

यदि कोई रक्त पतला करने वाली दवाएं जैसे वार्फरिन (Warfarin), एस्पिरिन (Aspirin) आदि का सेवन कर रहा है तो उसे लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।

रक्त को पतला करने वाली दवा और लहसुन का सेवन खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा किसी भी प्रकार की सर्जरी से 7 दिन पहले लहसुन खाना बंद कर देना चाहिए। 

5. चक्कर आने का कारण बनता है :

हालांकि इस बारे में अभी पूरी तरह स्थिति साफ नहीं है। लेकिन मौजूदा रिसर्च के मुताबिक अधिक मात्रा में कच्चा लहसुन खाने से ब्लड प्रेशर कम (lower blood pressure) हो जाता है, जिससे चक्कर आ सकते हैं। 

6. अधिक पसीना निकलता है 

कई क्लिनिकल स्टडी में पता चला है कि लहसुन के सेवन से पसीना अधिक निकलता है। हालांकि यह समस्या हर लहसुन खाने वाले व्यक्ति के साथ नहीं होती। इस पर अभी और रिसर्च जारी है। 

7. अन्य नुकसान ;

अधिक मात्रा में लहसुन खाने वाले लोगों की स्किन पर कई बार रैशेज पड़ जाते हैं। इनमें जलन भी हो सकती है। अधिक सेवन से सिरदर्द की भी प्रॉब्लम हो सकती है। कुछ मामलों में लहसुन का ज्यादा सेवन करने वालों को विजन चेंज की समस्या भी हो जाती है।


लहसुन के सेवन की मात्रा:


आमतौर पर वयस्कों के लिए प्रतिदिन कच्चे लहसुन की 4 ग्राम यानी एक से दो कली बताई गई हैं। स्टडी के मुताबिक दैनिक आधार पर लहसुन की खुराक 0.1 ग्राम से 0.25 ग्राम प्रति किलोग्राम शरीर के वजन के बराबर सुरक्षित मानी जाती है।


निष्कर्ष (Conclusion): 

लहसुन कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है इसलिए इसलिए निश्चित मात्रा में इसका सेवन करें। यदि आपके लहसुन के सेवन से कोई एलर्जी या साइड इफेक्ट होते हैं तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना ठीक होगा।





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